पूर्व मंत्री स्व. मुन्नालाल मौर्य की मनाई पुण्यतिथि

खागा/फतेहपुर। तत्कालीन खागा विधानसभा क्षेत्र में विकास का नया इतिहास लिखने वाले पूर्व मंत्री स्वर्गीय मुन्ना लाल मौर्य की पुण्यतिथि पर सुल्तानपुर घोष स्थित रामपाल मौर्य पीजी कॉलेज में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया। इसके पहले समाधि पर उनकी धर्म पत्नी एवं सपा विधायक ऊषा मौर्या के नेतृत्व में श्रद्धांजलि अर्पित की गई।श्रद्धांजलि सभा में हुसैनगंज विधायक ऊषा मौर्या ने कहा कि उनके पति असमय छोड़कर नहीं जाते तो महन्ना ऊसर आज इंडस्ट्रियल एरिया होता। उन्होंने कहा कि विभिन्न समस्याओं को लेकर वे विधानसभा में आवाज उठाती रही हैं और उठाती रहेंगी। युवा सपा नेता विकल्प मौर्य ने कहा कि उनके पिता सबके सुख दुख में पहुंचते थे। उन्होंने विकास का नया इतिहास लिखा। इसके पहले देवीदीन मौर्य ने कहा कि मुन्ना लाल मौर्य ने अपने कृतित्व को व्यवहारिक जीवन में उतारा। वे शरीर से भले नहीं हैं लेकिन व्यक्तित्व और कृतित्व उनका अमर है। उनके अनुसार पूजा माने हर चीज को पूरी तरह से जानना। देवी का मतलब देने वाली, देवता का मतलब देने वाला अर्थात देवी देवता का मतलब होता है माता और पिता। श्री मौर्य ने शिक्षा की अलख जगाई जिससे क्षेत्र की हमारी बेटी बहनों को शादी में अच्छे रिश्ते मिलने लगे। महाविद्यालय पूर्व मंत्री की बड़ी सोच का परिणाम है। आज उनकी धर्मपत्नी विधायक के रूप में उनके विकास कार्यों को विस्तार देने का पूरा प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा से समझ पैदा होती और समझ से सारे काम होते हैं। कवि के रूप में आमंत्रित शिवशरण बंधु ने नज्म पढ़ी ‘‘इल्म का सूरज उगाया आपने, इक नया रस्ता दिखाया आपने, आप तो खामोश होकर चल दिए, जर्रे जर्रे को रुलाया आपने।’’ नगर पंचायत हथगाम से निर्दल चुनाव लड़ रहे सपा समर्थित धीरेंद्र कुमार उर्फ मुन्ना बाबू ने कहा कि कुदरत ने मुन्नालाल मौर्य को समय से नहीं उठा लेता तो वे प्रदेश के स्थापित राजनेता होते। इस मौके पर भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष चैधरी शेर सिंह यादव, चंद्रशेखर फौजी, नरसिंह यादव, मुरलीधर मौर्य सिलमी, राजेंद्र मौर्य सिमौरी, अखरी प्रधान पप्पू सिंह, घोष प्रधान संजीत सिंह यादव, देव कुमार दीक्षित, विजय तिवारी, डॉ यूसुफ मोहलिया, अजीत सिंह यादव प्रधान, जमीरउद्दीन हथगाम, प्रधानाचार्य ममता मौर्य, राम लखन मौर्य, योगेंद्र नाथ मौर्य, बिन्दा प्रसाद मौर्य, लोहारी प्रधान तेज सिंह यादव, रंजीत सिंह चैहान, भीम यादव आदि अनेक विशिष्ट लोग मौजूद रहे।