नयी दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल का 31 मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही में शुद्ध लाभ 12.9 प्रतिशत बढ़कर 2,415 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के नए स्टोर खोलने और ग्राहकों की संख्या बढ़ने के साथ लाभ भी बढ़ा है। कंपनी का परिचालन राजस्व जनवरी-मार्च तिमाही में 21.09 प्रतिशत बढ़कर 61,559 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बताया कि 2021-22 की समान तिमाही में उसे 2,139 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, वहीं परिचालन राजस्व 50,834 करोड़ रुपये था। गौरतलब है कि रिलायंस रिटेल के स्टोर की संख्या 18,000 को पार कर गई है और उसके स्टोर में आने वाले ग्राहकों की संख्या सालाना आधार पर 41.29 प्रतिशत बढ़कर 21.9 करोड़ हो गई। मार्च तिमाही में डिजिटल वाणिज्य और नया वाणिज्य कारोबार में वृद्धि जारी रही और कंपनी के राजस्व में इनकी हिस्सेदारी 17 प्रतिशत रही।लाभ के लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि स्टोर में आनेवाले और डिजिटल ग्राहकों की संख्या और उनके ऑर्डर में बढ़ोतरी से रिटेल व्यवसाय ने शानदार वृद्धि दर्ज की है। रिटेल में हम ग्राहकों के लिए लगातार नए उत्पाद जोड़ते जा रहे हैं।अंबानी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि दुनिया का बेहतरीन से बेहतरीन सामान हम ग्राहकों को उपलब्ध कराएं और वो भी किफायती दामों पर। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का सकल राजस्व (बिक्री और सेवाओं का मूल्य समेत) 19.39 प्रतिशत बढ़कर 69,267 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले समान अवधि में 58,017 करोड़ रुपये था। वहीं जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी ने 2,844 नए स्टोर खोले जिसके साथ इनकी कुल संख्या 18,040 हो गई। बीते वित्त वर्ष रिलायंस रिटेल का परिचालन राजस्व 32 प्रतिशत बढ़कर 2,30,931 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1,74,980 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 9,181 करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष के 7,055 करोड़ रुपये से 30.13 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार, कंपनी का सकल राजस्व भी 30.37 प्रतिशत बढ़कर 260,364 करोड़ रुपये हो गया। रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की कार्यकारी निदेशक ईशा एम. अंबानी ने कहा कि रिलायंस रिटेल की साल दर साल वृद्धि जारी है। प्रौद्योगिकी, नवोन्मेष और नई श्रेणी के व्यवसायों में निवेश और ग्राहकों पर ध्यान केंद्रित करने के हमारे रूख से हमें परिचालन उत्कृष्टता पाने में और भारत के खुदरा क्षेत्र में परिवर्तन लाने में मदद मिली।
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