एसआरबी पब्लिक स्कूल में मना डॉ॰ भीमराव अंबेडकर जयंती

पीडीडीयू/चंदौली।नगर में आरपीएफ कॉलोनी, मालगोदाम रोड स्थित एस.आर.बी. पब्लिक स्कूल में दिन गुरुवार को भारत के संविधान के शिल्पकार डॉ०भीमराव अंबेडकर जयंती मनाई गई।वही छात्र- छात्राओं तथा अध्यापकगण ने डॉ०भीमराव अंबेडकर  के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर जन्मदिवस मनाया। विद्यालय के प्रधानाचार्य विजय कुमार ने बच्चों को डा. अंबेडकर जी के जीवन परिचय देते हुए बच्चों को बताया कि  अंबेडकर जी का जन्म(14 अप्रैल 1891 को ब्रिटिश भारत के मध्य भारत प्रांत (अब मध्य प्रदेश) में स्थित महू नगर सैन्य छावनी में हुआ था। 6 दिसंबर 1891 से  1956), डॉ॰ बाबासाहब आम्बेडकर नाम से लोकप्रिय, भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री,भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे डॉ. अंबेडकर जी विपुल प्रतिभा के छात्र थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त कीं तथा विधि,अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में शोध कार्य भी किये थे। अंबेडकर जी व्यावसायिक जीवन के आरम्भिक भाग में ये अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवं वकालत भी की तथा बाद का जीवन राजनीतिक गतिविधियों में अधिक बीता।इसके बाद  भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रचार और चर्चाओं में शामिल हो गए और पत्रिकाओं को प्रकाशित करने, राजनीतिक अधिकारों की वकालत करने और दलितों के लिए सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत की और भारत के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। विद्यालय के प्रबंधक तारकेश्वर चौबे ने बच्चों को अंबेडकर जी के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की हमेशा कोशिश करनी चाहिए।इस दौरान विद्यालय के चेयरपर्सन मुकेश दुबे ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा की बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी ने बचपन से ही संघर्षशील थे उन्होंने जात पात से ऊपर उठकर के समाज की स्थापना की और भारत को एक अलौकिक पहचान दी।इस दौरान एस.पी. पांडेय, मुकेश कुमार, आयुष चौबे,श्रेया चौबे, सी.पी. सिंह, उत्तम कुमार सिन्हा,ओम प्रकाश,इलियास अहमद, मनोज गुप्ता, अभिषेक गोस्वामी तथा समस्त अध्यापक गण उपस्थित रहे।