श्रीराम कथा के तीसरे दिन शिव पार्वती का विवाह

सिद्धार्थनगर।श्रीराम कथा ज्ञान समिति द्वारा बढ़नी कस्बे के मिल कॉलोनी में आयोजित नौ दिवसीय संगीतमयी श्रीराम कथा अमृत वर्षा के तीसरे दिन कथावाचक आलोकानंद दास  ने जीवन में राम नाम स्मरण का महत्व समझाते हुए शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया। शिव पार्वती विवाह की झांकी भी प्रस्तुत की गई। झांकी की दौरान भगवान शंकर व माता पार्वती, भगवान श्रीराम के जयकारों से पूरा पंडाल गुंजायमान हो उठा। बढ़नी कस्बे के जीएवी स्पोर्ट्स ग्राउंड, मिल कालोनी में आयोजित श्रीराम कथा अमृत वर्षा के तीसरे दिन वृंदावन धाम के सुप्रसिद्ध कथावाचक स्वामी आलोकानंद महाराज ने कहा कि जीवन रुपी नैया को पार करने के लिए राम नाम ही एक मात्र सहारा है। वर्तमान दौर में ऐसा कोई मनुष्य नहीं है, जो दुखी न हो। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं होता है कि हम भगवान का स्मरण करना ही छोड़ दें। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहेंगे। राम नाम का स्मरण करने मात्र से हर एक विषम परिस्थिति को पार किया जा सकता है। लेकिन, अमूमन सुख हो या दुख हम भगवान को भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि दुखों के लिए उन्हें दोष देना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि नारद मुनि भगवान शिव एवं पार्वती विवाह का रिश्ता लेकर आए थे। उनकी माता इसके खिलाफ थी उनका मानना था कि शिव का कोई ठोर ठिकाना नहीं है। ऐसे पति के साथ पार्वती का रिश्ता निभना संभव नही है। उन्होंने इसका विरोध भी किया। लेकिन, माता पार्वती का कहना था कि वे भगवान शिव को पति के रुप में स्वीकार कर चुकी है तथा उनके साथ ही जीवन जीना चाहेंगी। इसके बाद दोनों का विवाह हो सका। शिव विवाह में माता पार्वती बनी श्रद्धा सिंह व भगवान शिव बनी रोशनी गुप्ता द्वारा अद्भुत झांकी प्रदर्शित की गई। इस दौरान ‘शिव को ब्याहने चले’ ‘भोले की बारात चली सज धज चली’, ‘आज मेरे भोले बाबा की शादी है’ सहित अन्य भजनों पर नाच झूमकर श्रद्धालुओं ने आनंद लिया। कथा के अंत में विशेष आरती कर प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान डॉ. विश्वभर सिंह, शिवम पांडेय, शंभू त्रिपाठी, श्रवण श्रीवास्तव, हरगोविन्द मिश्र, संजय पांडेय, धनंजय श्रीवास्तव, गोकुल गोयल, चंद्रभाल पांडेय, मुन्नू मौर्या, पवन राजभर, मुकेश यादव, रमेश मौर्य, राजीव त्रिपाठी, प्रमोद पाठक, वीरेंद्र शुक्ल, रघुवर दयाल वर्मा, चंदन सिंह, शिवम उपाध्याय, प्रताप पांडेय, शिवम मिश्र, शिव दयाल वर्मा, आकाश वर्मा, समेत वीणा सिंह, पूनम सिंह, पूजा सिंह आदि श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।