अन्तर्राष्ट्रीय ‘जनरेशन ग्लोबल एजूकेटर अवार्ड’ से सी.एम.एस. शिक्षिकायें सम्मानित

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल की चार शिक्षिकाओं सुश्री शाश्वती मुखर्जी, सुश्री आँचल जेटली, सुश्री सोनल रस्तोगी एवं सुश्री दिव्या मेहता शरद ने अन्तर्राष्ट्रीय ‘जनरेशन ग्लोबल एजूकेटर अवार्ड’ अर्जित कर विश्व में देश का का नाम रोशन किया है। अन्तर्राष्ट्रीय संस्था ‘जनरेशन ग्लोबल’ के तत्वावधान में अमेरिका, इजिप्ट, मैक्सिको, इण्डोनेशिया, यू.ए.ई. समेत अनेक देशों के शिक्षक-शिक्षिकाओं के बीच सी.एम.एस. शिक्षिकाओं को शिक्षण पद्धति में उल्लेखनीय योगदान एवं भावी पीढ़ी में वैश्विक दृष्टिकोण विकसित करने के प्रयासों हेतु इस प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया है। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने दी है। श्री शर्मा ने बताया कि जनरेशन ग्लोबल एजुकेटर अवार्ड दुनिया भर के शिक्षकों के लिए प्रतिष्ठा का विषय है, जो ‘टीचिंग-लर्निंग’ के उच्चस्तरीय वैश्विक मानकों पर आधारित है। विदित हो कि‘जनरेशन ग्लोबल’ एक वैश्विक संस्था है जो कि विभिन्न देशों के छात्रों के बीच सहयोग व सौहार्द की भावना को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने चारों शिक्षिकाओं को उनकी अभूतपूर्व उपलब्धि हेतु हार्दिक बधाई दी है। डा. गाँधी ने कहा कि सी.एम.एस. शिक्षकों की लगन व कर्तव्यनिष्ठा के बलबूते ही विद्यालय दिन प्रतिदिन नये कीर्तिमान गढ़ रहा है। सी.एम.एस. शिक्षकों ने विद्यालय के 64 वर्षीय शैक्षिक सफर में कई आयाम स्थापित किए हैं जिस पर सिर्फ लखनऊवासियों को ही नहीं अपितु पूरे प्रदेश व देश को गर्व है।श्री शर्मा ने बताया कि ‘जनरेशन ग्लोबल एजूकेटर अवार्ड’ के अन्तर्गत जहाँ एक ओर सी.एम.एस. राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) की शिक्षिका सुश्री शाश्वती मुखर्जी को गोल्ड अवार्ड से नवाजा गया है तो वहीं दूसरी ओर सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) की शिक्षिका सुश्री आँचल जेटली, सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (द्वितीय कैम्पस) की शिक्षिका सुश्री सोनल रस्तोगी एवं सी.एम.एस. अलीगंज (प्रथम कैम्पस) की शिक्षिका सुश्री दिव्या मेहता शरद को ब्रांज अवार्ड से सम्मानित किया गया है। सी.एम.एस. शिक्षिकाओं ने वर्तमान दौर में छात्रों की क्षमताओं को समझते हुए अपनी शिक्षण पद्धति में सृजनात्मकता व नवीनता को प्रमुखता से अपनाया है और नवीनतम तकनीकों का उपयोग कर ‘टीचिंग-लर्निंग’ के उच्चस्तरीय मानक स्थापित करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।