खेत मजदूर यूनियन का जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन

सोनभद्र। मंगलवार को खेत मजदूरों के संयुक्त राष्ट्रव्यापी आवाहन विरोध दिवस पर उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन व ग्रामीण खेत मजदूर सभा के संयुक्त तत्वावधान में यूनियन से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने वाराणसी शक्तिनगर मुख्यमार्ग पर जूलूस निकालकर लाल झंडे के साथ सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए पार्टी के नेता कामरेड आर के शर्मा के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंच कर धरना दिया।कामरेड आर के शर्मा ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों पर भड़ास निकालते हुए कहा कि आज पूरा देश बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी और हर जरुरत की समस्याओं से जूझ रहा है जिसकी जिम्मेदार केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार है। यह सरकार भारत जैसे धर्म निरपेक्ष देश में केवल अपने हिंदुत्ववादी नीतियों को लागू करना चाहतीं हैं , जो ज्यादें दिन तक नहीं चलने वाली। हम उदाहरण के तौर पर अपने पड़ोसी देश श्रीलंका की स्थिति से सीख लें सकते हैं। किसी भी देश में जब किसानों, मजदूरों और गरीबों का शोषण होगा तो वह देश कभी भी आंतरिक तौर पर मजबूत नहीं हो सकता, कुछ ऐसा ही इस भाजपा सरकार के शासन में चल रहा है। देश का आवाम हर तरफ से टैक्स देते हुए भी जद्दोजहद की जिंदगी जीने पर मजबुर है। लगातार बढ़ती मंहगाई और रसोई गैस के बढ़ते दाम और देश में बढ़ती बेरोजगारी से जनमानस का ग़ुस्सा कभी भी विस्फोटक हो सकता है।देश में खेतिहर मजदूरों की स्थिति बद से बद्तर होती जा रही है यह बातें आर के शर्मा ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा और आगे कहा कि वर्तमान में जनपद का शासन प्रशासन निरंकुश हो गया है। यहां खनन माफियाओं और भू माफियाओं का बोलबाला है जिसमें जनपद अपराध तेजी पांव पसार रहा है घोरावल क्षेत्र पेढ़ गांव में मासूम का अपरहण व उसकी दूसरे जिले में ले जाकर हत्या और राबट्र्सगंज नगर में एक नौजवान को होली के दिन दिनदहाड़े अपराधियों द्वारा उसकी बेरहमी से हुयी पिटाई नौजवान की मौत, यह घटनाएं पुरी तरह से दर्शाती है कि जनपद में माफियाओं का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है और जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।धरने को संबोधित करते अन्य वक्ताओं ने कहा कि आज खेत मजदूरों के संयुक्त राष्ट्रव्यापी आह्वान पर उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले हम मांग करते हैं कि मनरेगा मजदूरों, खेत मजदूरों, ग्रामीण मजदूरों को वर्ष में दो सौ दिन काम व छः सौ रुपए प्रति दिन न्यूनतम मजदूरी दी जाए, शहरी क्षेत्र में भी रोजगार गारंटी योजना लागू किया जाए। पचपन वर्ष की आयु पूरी हो जाने पर सभी खेत मजदूरों, ग्रामीण मजदूरों को पांच हजार रुपए मासिक पेंशन दी जाए। सभी खेत मजदूरों को पक्का आवास हेतु जमीन और मौजूदा आवास के अनुदान को बढ़ा कर पांच लाख रुपए किया जाए। वनाधिकार कानून के तहत जंगलों में बसे आदिवासियों के नाम जमीन के पट्टे दिए जाएं और उनके उपर लगाएं गए फर्जी मुकदमे वापस लिए जाएं। खेत मजदूरों, ग्रामीण मजदूरों एवं महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा की गारंटी सुनिश्चित किया जाए। किसानों को एम एस पी की गारंटी सुनिश्चित किया जाए इसके साथ ही सभी ग्रामीण मजदूरों व खेत मजदूरों को सरकार द्वारा निरू शुल्क दुर्घटना बीमा कराया जाए और मुआवजा की राशि कम से कम दश लाख रुपए सुनिश्चित हो। घोरावल क्षेत्र के मासूम अनुराग पाल की मौत व पेढ़ की घटना की न्यायिक जांच हो और मृतक के परिवार को पचास लाख रुपए तत्काल आर्थिक सहायता दी जाए। जनपद में उच्च शिक्षा के लिए एक अदद केंद्रीय कैमूर विश्वविद्यालय और लोगों को बेहतर चिकित्सा के लिए एम्स जैसे संस्थान की जल्द स्थापना कराई जाए। खनन में मशीनीकरण पर रोक लगा कर स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराया जाय ।यूनियन के कार्यकर्ताओं द्वारा तेईस सूत्रीय मांग पत्र महामहिम राष्ट्रपति महोदया को संबोधित और स्थानीय समस्याओं को लेकर एक अलग से मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया।खेत मजदूर यूनियन के इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कामरेड देव कुमार विश्वकर्मा, कामरेड बाबू लाल भारती, प्रेम चंद्र गुप्ता, बसावन गुप्ता, विरेन्द्र सिंह गोंड, नागेन्द्र कुमार,नोहर भारती, राज देव, चैधरी कोल, पप्पू भारती, राम लखन, बासुदेव, कालिका प्रसाद,कान्ता गोंड, रामधारी सिंह, चंद्रशेखर , मुन्नर प्रसाद, शांति देवी, लक्षमीना देवी, हिरावती, फुलमति व नन्हकू गुप्ता आदि सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता कामरेड चंदन प्रसाद (पूर्व प्रधान) ने और संचालन कामरेड अमरनाथ सूर्य ने किया।