बहराइच। स्थानीय सेनानी भवन सभागार में सोमवार को स्वतंत्रता सेनानी राम हर्ष विद्रोही की पुण्यतिथि मनाई गई। कार्यक्रम में वक्ताओं ने उनके संघर्षों को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन शाखा बहराइच श्रावस्ती के संरक्षक अनिल कुमार त्रिपाठी ने कहा कि स्वतंत्रता आन्दोलन में बहराइच के इतिहास में श्री विद्रोही ने अमिट छाप छोड़ी है। वर्ष 1942 में पूज्य बापू के आवाहन पर अंग्रेजों भारत छोड़ो आन्दोलन में ब्रिटिश सरकार ने भारत रक्षा कानून के अन्तर्गत एक वर्ष सख्त कैद की सजा सुनाई थी फलस्वरूप 02.10.1942 से 14.081943 तक बहराइच कारागार में सजा भोगी थी। रमेश कुमार मिश्र मंत्री जिला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिषद बहराइच श्रावस्ती ने कहा कि श्री विद्रोही ने देश की आजादी में और आजाद भारत में भी जनहित मुद्दे पर सरकार से संघर्ष किया और लगभग बीस साल जेल में बंद रहे अथवा नजरबंदी की सजा भोगी थी। देश में जब आपातकाल घोषित किया गया तब भी लगभग अठारह महीने कारावास की सजा भोगी थी। अंगनू प्रसाद प्रभारी संगठन ने कहा कि श्री विद्रोही 14.11.1998 से 15.08.2004 तक जिला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिषद बहराइच/श्रावस्ती के अध्यक्ष रहे और स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों के विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए एवं जनता के हक अधिकार के लिए संघर्षरत रहे। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार संगठन उन्हें सदैव याद करता रहेगा और उनके अधूरे कार्य पूरे करने से ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर आदित्य भान सिंह, हनुमंत शरन श्रीवास्तव, बदलूराम, तुलसी राम मौर्य, जगत राम सहित दर्जनों स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी मौजूद रहे।
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