हर हाथ को काम मिलने पर आएगी आत्मनिर्भरता: प्रोफेसर आलोक राय

प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के प्रबंधन अध्ययन विद्या शाखा के तत्वावधान में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित  दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन समावेशन और स्थिरता: आत्मनिर्भर भारत का निर्माण का सोमवार को विश्वविद्यालय के सरस्वती परिसर स्थित होटल प्रेक्षागृह में उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि प्रोफेसर आलोक कुमार राय, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय ने कहा कि बिना आम आदमी को सम्मिलित किये हम  सतत विकास की बात नहीं कर सकते। आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह जरुरी है कि हर स्तर पर सभी लोगों को उनके अनुरूप कार्य दिए जाएं।अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय विभिन्न हितधारकों यानी कैदियों, ट्रांसजेंडर, विकलांग, महिलाओं और 18 से 80 आयु वर्ग के लोगों को समावेशी शिक्षा प्रदान कर रहा है। इस तरह नामांकन में वृद्धि हुई है जो सकल नामांकन अनुपात में और सहायक है।विशिष्ट अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सी के जग्गी ने कहा कि नीतियां तो हमारे पास हैं लेकिन क्रियान्वयन की कमी के कारण हम पिछड़ गए हैं। हमें ऐसे स्मार्ट नागरिक बनाने पर जोर देना है जो पहले कर्तव्य निभाए।मुख्य वक्ता डरबन, दक्षिण अफ्रीका के प्रोफेसर रविंदर रैना ने बीज वक्तव्य देते हुए स्थिरता के चार स्तंभों पर चर्चा की। कहा कि हमारे पास एक सामान्य धरती माता है। उन्होंने एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए साथ आने के लिए भी प्रेरित किया।प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत सह संयोजक प्रोफेसर ए के मलिक ने किया तथा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में संयोजक डॉ ज्ञान प्रकाश यादव ने जानकारी दी। उद्घाटन सत्र का संचालन डॉ स्मिता दीक्षित ने तथा धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव प्रोफेसर जे पी यादव ने किया।दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में विभिन्न तकनीकी सत्र आयोजित किए गए। जिनमें डरबन स्कूल ऑफ़ टेक्नोलॉजी, डरबन, दक्षिण अफ्रीका के प्रोफेसर रविंद्र रैना ने द रोल ऑफ इंडस्ट्री 4.0 इन द सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर तथा डॉ रजनीश रत्ना, डिपार्टमेंट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान, भूटान ने कॉम्पटेन्सी  बेस्ड टीचिंग लर्निंग प्रोसेस तथा मिस सुम्बुल मसूद, चेयरपर्सन, प्रयाग चैप्टर आफ एनआईआरसी आफ आईसीएसआई, प्रयागराज ने कॉरपोरेट गवर्नेंस फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर विचार व्यक्त किए। इसके साथ ही प्रतिभागियों के लिए  पेपर प्रेजेंटेशन सत्र भी आयोजित किया गया। जिसमें सस्टेनेबल डेवलपमेंट डायलॉग तथा एजुकेशन प्रिपेयरिंग फॉर ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी विषय पर प्रतिभागियों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए। इन सत्रों की अध्यक्षता प्रोफेसर इंद्रजीत घोषाल, पूर्णिमा यूनिवर्सिटी, जयपुर, राजस्थान, डॉ सरोज यादव, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रोफेसर पी के पांडेय तथा डॉ दिनेश सिंह, उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने की। दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन 14 मार्च 2023 को होगा।