ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप आज से

बर्मिंघम। आज से यहां शुरु हो रही ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में खिताब जीतने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। पिछले कुछ समय के भारतीय खिलाड़ी अपनी फिटनेस से भी परेशान रहे हैं इसी कारण वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं। भारत से अब तक केवल दो खिलाड़ियों पुलेला गोपीचंद (2001) और दिग्गज खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण ने साल 1980 में ये खिताब जीता था। भारत के लक्ष्य सेन पिछले सत्र में और साइना नेहवाल 2015 में फाइनल में पहुंचे थे पर वे खिताब नहीं जीत पाये थे। वहीं दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू इस टूर्नामेंट में सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पायीं थीं। भारतीय खिलाड़ियों के लिए हालात इस बार भी कठिन हैं।लक्ष्य और सिंधु दोनों चोट के कारण लंबे समय तक खेल से दूर रहने के कारण अभी तक लय में नहीं आया हैं। दोनों ही मलेशिया और इंडिया ओपन में शुरुआत में ही बाहर हो गये थे।लक्ष्य के सामने यहां शुरुआती दौर में पांचवीं वरीयता प्राप्त चीनी ताइपे के चाउ टिएन चेन की चुनौती होगी जबकि सिंधु को चीन की झांग यी मान से खेलना है। वहीं अनुभवी खिलाड़ी साइना नेहवाल के सामने शुरुआती दौर में चीन की हान यूई की चुनौती रहेगी। पिछले कुछ समय में शीर्ष रैंकिंग के कई खिलाड़ियों को शिकस्त देने वाले नौवें स्थान के खिलाड़ी एचएस प्रणय से इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।प्रणय ने हाल ही में बैडमिंटन एशिया मिश्रित टीम चैम्पियनशिप में विश्व रैंकिंग के चौथे नंबर के खिलाड़ी ली जी जिया को हराया था। प्रणय अपने अभियान की शुरुआत चीनी ताइपे के वांग जू वेई के खिलाफ करेंगे जबकि किदांबी श्रीकांत फ्रांस के टोमा जूनियर पोपोव का मुकाबला करेंगे। इस बार एकल वर्ग में किसी भी भारतीय खिलाड़ी को वरीयता नहीं दी गई है, ऐसे में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की छठी वरीयता प्राप्त पुरुष युगल जोड़ी बेहतर प्रदर्शन के इरादे से उतरेगी। सात्विक को जनवरी में इंडिया ओपन के दौरान कूल्हे में चोट लगी थी और वह इससे वापसी कर चिराग के साथ मलेशिया ओपन के फाइनल में पहुंचे थे। वहीं अन्य भारतीय खिलाड़ियों में एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला की पुरुष युगल पहले दौर में चीन के रेन शियांग यू और तान कियांग की जोड़ी से खेलेगी। वहीं त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला युगल जोड़ी का मुकाबला पहले दौर में जोंगकोलफान किटीथाराकुल और राविंदा प्राजोंगजई की थाइलैंड की जोड़ी से होगा।