जिला पंचायत अध्यक्ष व गुर्गों पर मंदिर ध्वस्त करने के आरोप ने पकड़ा तूल

फतेहपुर। जहानाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम शाहजहांपुर खालसा परगना कोड़ा में स्थित मंदिर व समाधि स्थल को जिला पंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू व उनके गुर्गे जिला पंचायत सदस्य एवं भूमाफियाओं द्वारा तोड़े जाने का आरोप तूल पकड़ता जा रहा हैै। शुक्रवार को हिंदूवादी संगठन एकजुट हो गये और जिला पंचायत अध्यक्ष व उनके गुर्गों के विरूद्ध जिलाधिकारी श्रुति को शिकायती पत्र सौंपकर मुकदमा दर्ज करके पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान किए जाने की गुहार लगाई है।जहानाबाद कस्बा के चैक मोचियाना निवासी रवींद्र कुमार पुत्र स्व. रामेश्वर उर्फ कल्लू बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के नेताओं संग कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपकर बताया कि खाता सं. 00009 गाटा संख्या 303, 31, 32 रकबा, 0.1140 है। वह न्यापयालय द्वारा सर्वराकार नियुक्त है और खतौनी में सर्वराकार के रूप में उसका नाम दर्ज है। बताया कि मंदिर के नाम दर्ज जमीन में लगभग एक दर्जन देवी, देवताओं के पक्के मंदिर स्थापित थे। जिला पंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह, उसके अनुचर भूमाफिया गुर्गे सपा से जिला पंचायत सदस्य अमरीश उत्तम व भूमाफिया संदीप उत्तम व अन्य तीस लोगों ने मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है। बताया कि 16/17 व 18 फरवरी को उक्त लोगों ने मंदिर को जेसीबी से ध्वस्त कर जमीदोज कर दिया। इनके अवैध संबंध प्रयागराज में स्थित एक नामचीन चर्चित भूमाफिया से भी हैं। उसको व उसके भतीजे अंशू गुप्ता को भूमाफिया अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू सिंह द्वारा लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही है। धमकी की रिकार्डिंग भी उसके पास उपलब्ध है। उसके भतीजे अंशू ने 06 मार्च को उक्त घटना के संबंध में शिकायती पत्र भी जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को दिया था। जिसमें अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। भूमाफियाओं द्वारा परिवार को जान से मारने की धमकी बराबर दी जा रही है। उसके आशंका जाहिर किया कि उसकी हत्या कभी भी की जा सकती है। पीड़ित का कहना रहा कि यदि मामले में कार्रवाई नहीं होती तो वह मजबूरन मुख्यमंत्री की चैखट पर न्याय की गुहार लगाने के लिए विवश हो जायेगा। पीड़ित ने जिलाधिकारी से भूमाफियाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके परिवार को सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग की है। इस मौके पर बजरंग दल के कानपुर प्रांत अध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय, सतीश चंद्र गुप्ता, माखन, बाबा राज बहादुर, नारेंद्र पांडेय, गोलू गुप्ता, पंथू, कुनाल, राम कुमार भी मौजूद रहे।