देवरिया।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज अपराह्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मझगांवा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें कई खामियां मिली जिसे दूर करने के संबंध में उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बतरौली के नवस्थापित परिसर में एमओआईसी के नहीं बैठने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। जिला स्वास्थ्य समिति ने लगभग चार माह पूर्व एमओआईसी सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मझगाँवा के संसाधनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बतरौली स्थानांतरित करने का निर्देश दिया था। लेकिन, निरीक्षण के समय तक एमओआईसी सहित किसी भी संसाधन को बतरौली स्थानांतरित नहीं किया गया। जिस पर डीएम ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के होते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मझगाँवा पर एमओआईसी का बैठना अस्वीकार्य है। उन्होंने एसीएमओ से प्रकरण पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा लिए गए निर्णयों के प्रभावी अनुपालन के संबन्ध में आवश्यक निर्देश भी दिए।जिलाधिकारी ने कोल्ड चेन कक्ष का निरीक्षण किया जिसमें बायो-मेडिकल वेस्ट सामग्री कक्ष के अंदर मिली। उन्होंने कहा कि कोल्ड चेन कक्ष में किसी भी तरह के कूड़े-कबाड़ को नहीं रखना चाहिए। इससे संक्रमण फैलने की संभावना रहती है। उन्होंने पीएचसी से कूड़ा उठाने वाली कंपनी को नोटिस देने का निर्देश दिया।जिलाधिकारी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर संस्थागत प्रसव के संबन्ध में भी जानकारी प्राप्त की। एमओआईसी डॉ राजीव रंजन ने बताया कि इस माह में अभी तक 80 प्रसव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुए हैं। जिलाधिकारी ने संस्थागत प्रसव को और बढ़ाने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने लैब का निरीक्षण भी किया और ओपीडी एवं दवा वितरण के विषय में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मरीजों एवं उनके तीमारदारों से भी बात कर मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। डीएम ने कहा कि शासन की मंशानुरूप स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने एवं लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं।
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