कई वर्षों के बाद कतर्नियाघाट से शुरू हुआ निर्यात, व्यापारियों में खुशी की लहर

बहराइच। कतर्नियाघाट में स्थित कस्टम कार्यालय पर कार्य पिछले कई वर्षों से बंद था जिसे अब अधीक्षक की तैनाती कर पुनः शुरू कर दिया गया है। जनपद का ज्यादातर क्षेत्र नेपाल सीमा से सटा हुआ है। ऐसे में भारत-नेपाल के व्यापारी आयात-निर्यात का कार्य कर अपना व्यापार चलाते हैं। तहसील मिहीपुरवा अन्तर्गत कतर्नियाघाट से भी नेपाल के लिए अंतरराष्ट्रीय मार्ग है। जहां पर वित्त मंत्रालय (राजस्व विभाग) द्वारा निर्यात के लिए एक कस्टम चैकी भी है। लेकिन पिछले कई वर्षों से कस्टम चैकी वीरान थी लेकिन अब इस रूट पर निर्यात को बढ़ावा देने को लेकर एक बार पुनः इस कस्टम चैकी पर अधीक्षक की तैनाती होने के साथ ही निर्यात का कार्य शुरू कर दिया गया है। मंगलवार को कस्टम चैकी पर तैनात हुए अधीक्षक राजीव राय ने नेपाल व भारतीय क्षेत्र के स्थानीय व्यापारियों के साथ बैठक कर निर्यात से जुड़े तमाम जानकारियों को साझा किया। अधीक्षक ने कहा कि अब यहां से कस्टम कर निर्यात का कार्य शुरू हो चुका है। आयात इस रूट से बंद है लेकिन निर्यात होने वाला सामान नियमित रूप से निर्यात किया जा सकता है। लेकिन जिन सामान के निर्यात पर प्रतिबंध है उन्हें रोका जाएगा। वहीं कतर्नियाघाट से निर्यात शुरू होने पर दोनों देशों के व्यापारियों में खुशी की लहर है। इस मौके पर नेपाल के राजपुर मंडी के व्यापारी सानू शेख, अब्दुल वाहिद, अनीस व भारतीय क्षेत्र के व्यापारी कुलदीप सिंह, लक्की चन्द, अमन व ग्राम प्रधान इकरार अंसारी, पंचायत मित्र हरिमोहन, पंचायत सहायक सविता यादव मौजूद रहे।