बहराइच। राजस्व परिषद के अध्यक्ष संजीव कुमार मित्तल के जनपद भ्रमण के दृष्टिगत आकांक्षात्मक जनपद में नीति आयोग द्वारा निर्धारित सूचकाकों की प्रगति तथा नवाचार को रेखांकित करने के उद्देश्य से नई नवेली दुल्हन की तरह सजे कलेक्ट्रेट प्रांगण में विभिन्न विभागों चिकित्सा एवं स्वास्थ, समाज कल्याण, शिक्षा, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, पशुपालन, उद्यान, मत्स्य, कृषि, गन्ना विकास व अन्य विभागों की ओर से लगाये गये प्रदर्शनी स्टालों का परिषद के अध्यक्ष मित्तल ने जिलाधिकारी डाॅ. दिनेश चन्द्र व पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा के साथ अवलोकन किया तथा इन्द्रधनुष के रंगों से उकेरी गई रंगोली का भी अवलोकन किया। प्रदर्शनी पण्डाल में सजाए गये स्टालों के अवलोकन के दौरान मित्तल के आकर्षण का केन्द्र बिन्दु नैपियर घास का स्टाल रहा। मित्तल ने नैपियर घास के नवाचार को गोवंशों के लिए अत्यन्त उपयोगी बताया। डीएम डाॅ. चन्द्र ने राजस्व परिषद के अध्यक्ष को बताया कि जिले में संचालित गोआश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों के हरे चारे के लिए लगभग सभी जगहों पर भूमि की उपलब्धता के अनुसार नैपियर घास का रोपण किया जा रहा है। डाॅ. चन्द्र ने यह भी बताया कि गो आश्रय स्थलों के अलावा जिले के निजी पशुपालकों तथा कृषकों को भी नैपियर घास के बीज का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। जिले के कृषकों एवं पशुपालकों के सहयोग से नैपियर घास के क्षेत्र का विस्तार हो रहा है। राजस्व परिषद के अध्यक्ष ने प्रदर्शनी में सजाये गये प्रत्येक स्टालों का पूरी दिलचस्पी के साथ अवलोकन करते हुए मौजूद अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आवश्यक जानकारी प्राप्त की। मित्तल ने उद्यान विभाग के स्टाल का अवलोकन करते हुए कृषकों द्वारा उत्पादित किये जा रहे उत्पादों विशेषकर जैविक उत्पादों के बारे में जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि कृषि प्रधान जनपद में औद्यानिक खेती कृषकों के आय को दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। मित्तल ने जिलाधिकारी से अपेक्षा की कि कृषकों को जैविक खेती के साथ मिलेट्स की खेती तथा कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना के लिए प्रोत्साहित किया जाय। अध्यक्ष मित्तल ने एक जनपद-एक उत्पाद (ओडीओपी) उत्पादों को प्रदर्शित करने वाले स्टाल पर ठहर कर पूरी जानकारी प्राप्त की। डीएम ने मित्तल को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से जिले में आयोजित निवेश महाकुम्भ में उद्यमियों, निर्यातकों एवं व्यापारियों द्वारा पूरे उत्साह के साथ प्रतिभाग किया गया है। जिसके परिणाम स्वरूप रू. 4470 करोड़ से अधिक धनराशि के 166 एमओयू साइन किये गये हैं। निवेशकों द्वारा खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना, सोलर एनर्जी तथा पर्यटन के क्षेत्र में काफी रूचि दिखाई गई है जो आकांक्षात्मक जनपद के लिए एक शुभ संकेत है। निरीक्षण के दौरान राजस्व परिषद के अध्यक्ष मित्तल ने आईसीडीएस विभाग द्वारा लगाये गये स्टाल का निरीक्षण करते हुए पांच गर्भवती महिलाओं मिथलेश कुमारी, सरिता देवी, अनीसा बेगम, रेहाना व रिज़वाना की गोद भराई की तथा एक बच्ची नित्या पुत्री अशोक का अन्नप्रासन कराया। मित्तल ने जनपद में हुए नवाचारों की सराहना करते हुए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को टीम भावना के साथ कार्य करते हुए आकांक्षात्मक जनपद को विकास के पथ पर गतिमान रखने के निर्देश दिये। इस अवसर पर देवी पाटन मण्डल गोण्डा के अपर आयुक्त राकेश चन्द्र शर्मा, मुख्य राजस्व अधिकारी अवधेश कुमार मिश्रा, नगर मजिस्ट्रेट ज्योति राय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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