नई दिल्ली। आवास वित्त कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनैंस कॉर्पोरेशन (एचडीएफसी) इस हफ्ते 10 साल का बांड जारी कर कुल 25,000 करोड़ रुपए तक जुटाने पर विचार कर रही है। सूत्रों ने बताया कि यह किसी कंपनी द्वारा की जाने वाली सबसे बड़ी नियोजित बॉन्ड बिक्री है। एचडीएफसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमने 5,000 करोड़ रुपए के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) जारी किए हैं जिसमें 20,000 करोड़ रुपए तक के अतिरिक्त बॉन्ड जारी करने भी विकल्प रखा गया है। इस रकम का उपयोग हम अपनी कारोबारी जरूरतों को पूरा करने में करेंगे। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों से पता चलता है कि अगर एचडीएफसी की पूरी नियोजित बॉन्ड बिक्री सफल रहती है तो यह किसी भी भारतीय कंपनी द्वारा अभी तक की गई सबसे बड़ी बॉन्ड बिक्री होगी। सूत्रों ने कहा कि बॉन्ड 7.97 फीसदी ब्याज दर पर जारी किए जा सकते हैं। 10 साल के सरकारी बेंचमार्क बॉन्ड का प्रतिफल 7.37 फीसदी चल रहा था। एचडीएफसी की नियोजित बॉन्ड बिक्री एचडीएफसी बैंक के साथ कंपनी के विलय से पहले की जा रही है। अप्रैल 2022 में एचडीएफसी बैंक ने कहा था कि वह 40 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर एचडीएफसी का विलय करेगा। शुरुआत में यह विलय अगले वित्त वर्ष की दूसरी या तीसरी तिमाही में पूरा होने की उम्मीद जताई गई थी। मगर बाद में एचडीएफसी बैंक के शीर्ष अधिकारियों ने कहा था कि विलय तय समय से पहले पूरा हो सकता है। कुछ विश्लेषकों ने उम्मीद जताई है कि विलय प्रक्रिया अप्रैल-जून तक पूरी हो सकती है।
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