फतेहपुर। अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने पुलवामा अटैक में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के लिए आईटीआई परिसर में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। जिसमें जिलाध्यक्ष निधान सिंह के नेतृत्व में पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि दी तत्पश्चात आईटीआई मैदान से लेकर पटेल नगर चैराहे तक वीर शहीदों की याद में कैंडल मार्च भी निकाला। सरकार से मांग किया कि दिवंगत सैनिकों को शहीद का दर्जा देकर उनके पारिवारीजनों को पुरानी पेंशन दी जाए। लेखपाल संघ के महामंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जब एक दिन के सासंद, विधायक शपथ लेते ही पेंशन के हकदार बन जाते हैं तो बार्डर पर अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सेवा करने वाले सुरक्षा बलों के जवानों को पुरानी पेंशन की व्यवस्था क्यों नहीं दी जाती। बीएसएफ, सीआरपीएफ व अर्धसैनिक बलों तथा आंतरिक सुरक्षा करने वाले पुलिस बलों व कर्मचारियों को 62 साल तक सेवा करने के बावजूद पुरानी पेंशन क्यों नहीं दी जाती। कोषाध्यक्ष देवेंद्र पांडेय ने कहा कि यदि पुरानी पेंशन से अर्थव्यवस्था को नुकसान है तो देश के सारे नेता देश का बंटाधार क्यों कर रहे हैं। मनोज सैनी ने कहा कि पेंशन कोई खैरात नहीं है यह कर्मचारी का पेन्डिग वेतन है और यह हमारा हक है। पंचायती राज विभाग सफाई कर्मचारी संघ के महामंत्री प्रवेश कुमार ने कहा कि हम मरते दम तक संघर्ष करेंगे और पेंशन लेकर रहेगें। राकेश सिंह ने कहा कि यदि सरकार ने कर्मचारियों को पेंशन नहीं दिया तो उसका खामियाजा भुगतना पडेगा। पंचायती राज विभाग के जिलाध्यक्ष बाबूलाल पाल ने कहा कि पेंशन का मुद्दा अब पूरे देश के कर्मचारियो का मुद्दा है। इस अवसर पर संजय सिंह, बदन सिंह, मिथलेश गौतम, नवनीत, हर्षित, बालेन्दु पटेल, राजेन्द्र, अरूण मौर्य, मनीष गुप्ता, राजीव उमराव, राकेश सिंह, रेखा सचान, अन्नपूर्णा मौर्य के अलावा कई विभागों के कर्मचारी मौजूद रहे।
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