संसार एक खेती है, यहाँ हम जो बोते हैं, वही काटते हैं

कैसरगंज, बहराइच। तहसील कैसरगंज के अन्तर्गत ग्राम देवलखा में स्थित कबीर पारख ब्रह्मचारिणी आश्रम पर एक दिवसीय वार्षिक भण्डारे एवं सत्संग कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि गुजरात के सन्त विवेक व विशिष्ट अतिथि विधायक कैसरगंज आनन्द यादव रहे। कार्यक्रम का संचालन सन्त हितकर ने किया। सन्त विवेक ने आए हुए श्रद्धालुओं को सत्संग सुनाते हुए कहा कि यह संसार एक खेती है। यहाँ हम जो बोते हैं,वही काटते हैं। यही बात व्यवहारिक जगत में भी लागू होती है। इसलिए हमारे मन में सबके लिए सदैव हित की कामना होनी चाहिए। मनुष्य जीवन बड़े सौभाग्य से मिलता है। इसे इसी जन्म में सार्थक कर लेना चाहिए। वाणी पर संयम बहुत जरूरी है। सन्त हितकर ने कहा कि हमें संसार के व्यवहार का आत्मिक निर्वाह करते हुए इस तरह से अपना जीवन जीना चाहिए कि हमारे मन का सुख बढ़े। जिससे दूसरों को दुःख हो, हमें ऐसा काम नहीं करना चाहिए। हमें खान-पान पर भी ध्यान चाहिए। इसका प्रभाव मन पर पड़ता है। छत्तीसगढ़ की साध्वियों सुमन, सम्पूर्णा, सुदीक्षा और विधायक आनन्द यादव के अतिरिक्त गुरुसदाय और दुर्गेश आदि सन्तों ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। आश्रम-संचालिका साध्वी विनीता ने सभी सन्तों और आए हुए सभी भक्तजनों का आभार व्यक्त किया। इस शुभ अवसर पर भोजन-प्रसाद तथा लखनऊ के भक्त राम अवतार अग्रवाल द्वारा सैकड़ों बच्चों को उपहार वितरित किये गये। कार्यक्रम में आश्रम संरक्षक मण्डल के सदस्य दुर्गा देवी, उमा देवी और कमला देवी के साथ विभा, नीलम, जगप्रसाद मौर्य, डॉ. दाताराम मौर्य, अरुण कुमार वैश्य, राघवराम वर्मा, धर्मेन्द्र कुमार मौर्य, गंगाप्रसाद चैधरी, सारवचन वर्मा, राजू मौर्य, रामधीरज मौर्य सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।