फतेहपुर। आम भारतीय की गाढ़ी कमाई की कीमत पर अपने चुनिंदा अरबपतियों को फायदा पहुंचाने की नीतियों से पूरा देश चिंतित है। मोदी सरकार द्वारा अडानी समूह में एलआईसी के 29 करोड़ पालिसी धारकों और एसबीआई के 45 करोड़ खाता धारकों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।यह बात जिलाध्यक्ष अखिलेश पाण्डेय ने एलआईसी व स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के समक्ष धरना प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि एलआईसी नेहरू ने बनाई, एसबीआई इंदिरा गांधी ने बनाई। आज मोदी सरकार गोदी उद्योगपति का साथ देकर इन संस्थाओं को कंगाल कर आवाम को बर्बाद करने में लगी है। उन्होंने मांग किया कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के तहत हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की विस्तार से निष्पक्ष जांच की जाय। साथ ही एलआईसी, एसबीआई और अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों के जबरदस्त निवेश पर संसद में चर्चा की जानी चाहिए और निवेशकों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए। जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में एलआईसी कार्यालय में जबरदस्त धरना व प्रदर्शन करने के बाद एसबीआई की मुख्य शाखा के सामने नारेबाजी व प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में पूर्व विधायक अमरनाथ सिंह (अनिल), शहर अध्यक्ष मोहसिन खान, सुधाकर अवस्थी, राजीव लोचन निषाद, हेमलता पटेल, संतोष कुमारी शुक्ला, रिदा अली, विकास मिश्र, मिस्बाहुल हक, विनय तिवारी, मो० आलम, आशुतोष पाण्डेय, विनय द्विवेदी, इकबाल अहमद, अशोक दुबे, बीरेंद्र गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।
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