फ्रांस ने ईरान से यमन भेजी जा रहीं असॉल्ट राइफलें व मिसाइलें जब्त कीं

पेरिस। फ्रांस के नौसैनिकों ने ओमान की खाड़ी में एक अज्ञात जहाज से पिछले महीने हजारों की संख्या में असॉल्ट राइफलें मशीनगन एवं टैंक निरोधक मिसाइलें जब्त की हैं। इन हथियारों को कथित तौर पर ईरान से यमन के हूथी विद्रोहियों के लिये भेजा जा रहा था। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी। हथियार जब्ती की यह कार्रवाई ओमान की खाड़ी में 15 जनवरी को हुई जो होरमुज जलडमरूमध्य से संबद्ध एक जल निकाय है। यह फारस की खाड़ी का संकरा मुहाना है जो अरब सागर से होते हुए हिंद महासागर तक जाता है।अमेरिकी केंद्रीय कमान ने इस जब्ती को ईरान से यमन तक हथियारों की तस्करी करार दिया है। एक अज्ञात जहाज पर लदे इन हथियारों की तस्वीर अमेरिकी केंद्रीय कमान ने बुधवार को जारी की। तस्वीरों से पता चलता है कि इन हथियारों में चीन निर्मित टाइप 56 राइफलें रूस निर्मित मोलोट एकेएस20यू और पीकेएम-पैटर्न मशीन गन शामिल हैं। केंद्रीय कमान ने कहा है कि जब्त किये गये हथियारों में तीन हजार से अधिक राइफल और 57 लाख 8 हजार कारतूस शामिल हैं। हथियारों की जारी की गयी तस्वीरों से पता चलता है कि इसमें 23 टैंक निरोधक मिसाइल भी हैं जो कंटेनर से संचालित होती हैं।संयुक्त राष्ट्र के एक प्रस्ताव में ईरान समर्थित हूथी विद्रोहियों को हथियारों की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हूथी विद्रोहियों ने 2014 के आखिर में देश की राजधानी पर कब्जा कर लिया था और मार्च 2015 से देश की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार का समर्थन करने वाले सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ संघर्षरत हैं। ईरान ने हालांकि फ्रांस द्वारा जब्त किये गये हथियारों के बारे में तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने पकड़े गये हथियारों की तस्वीरें जारी कीं। तस्वीरों में ये हथियार अमेरिकी सेना द्वारा पकड़े गए ईरान के अन्य हथियारों के समान ही नजर आ रहे हैं।फ्रांस की ओर से हथियार पकड़े जाने की यह घोषणा ऐसे समय में की गयी है जब ईरान यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस के लिए ड्रोन की अपनी खेप तथा वहां जारी सैन्य कार्रवाई को लेकर पश्चिमी दबाव का सामना कर रहा है। ईरान के शहर इस्फ़हान में एक सैन्य कार्यशाला पर एक संदिग्ध इजराइली ड्रोन के हमले के बाद क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया है।