पवित्र पानी बताकर पादरी ने 10 लोगों को सल्फ्यूरिक एसिड से नहलाया

एथेंस। ग्रीस के एक पादरी ने चर्च में मौजूद 10 लोगों को पवित्र पानी छिड़कने के नाम पर उन्हें सल्फ्यूरिक एसिड से नहला दिया। पादरी की इस अमानवीय हरकत से लोगों की त्वचा बुरी तरह जल गई और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद लोगों में गुस्से के साथ-साथ हैरानी है।
ग्रीस के स्थानीय मीडिया के मुताबिक़, शख्स का नाम थियोफिलेक्टस कॉम्बोस है। ग्रीस के एक चर्च में सेवा देने वाले इस पादरी के ऊपर ड्रग्स के सेवन को लेकर सुनवाई चल रही थी। सुनवाई के दौरान पादरी ने अपने साथ दो लीटर एसिड रखा था। 37 साल के पादरी ने सुनवाई के दौरान अपने ऊपर इल्जाम लगाने वाले लोगों के ऊपर बोतल से निकाल कर एसिड डालना शुरू किया।इससे वहां मौजूद 10 लोग गंभीर तरह से जल गए। घटना के चश्मदीदों ने बताया पादरी ने पवित्र जल की तरह बोतल से एसिड सब के ऊपर छिड़कना शुरू कर दिया। इससे पहले कि कोई उसे रोकता, 10 लोग घायल हो गए। चर्च के इस पादरी ने 2 लीटर एसिड ऑनलाइन खरीदी थी। कोम्बोस ग्रीस के एथेंस के एक चर्च में पादरी थे। 2018 में उनके पास से 1.8 ग्राम कोकीन मिला था। कोम्बोस ने माना था कि यह कोकेन उसने पर्सनल यूज के लिए रखा था। घटना के समय इसी मामले की सुनवाई चल रही थी। जब उसे सजा देने की बारी आई, तो अचानक उसने बोतल निकाली और सबके ऊपर उड़ेलने लगा।
इससे पहले कि लोग उसे पकड़ पाते, उसने कई लोगों को घायल कर दिया। चश्मदीद गवाहों के मुताबिक़, पादरी ने बिना सोचे समझे ही एसिड से सबको अटैक करना शुरू कर दिया। इस हमले में 7 बिशप भी घायल हुए हैं। इनमें से तीन की हालत गंभीर है। किसी की आंख में काफी नुकसान हुआ है तो कोई काफी ज्यादा जल गया है। पादरी को जेल में बंद कर दिया गया है। अटैक के बाद ग्रीस के प्रधानमंत्री केरियाकस मित्सोटाकिस ने भी मामले पर संज्ञान लिया है। ज्ञात हो कि ग्रीस में पादरियों के जुर्म में संलिप्त होने के कई मामले सामने आए हैं। इसमें कुछ पोर्नोग्राफी में भी संलिप्त पाए गए हैं।