‘मोदी ने दिया भाजपा के संगठन को देश के विकास से जोड़ने का मंत्र दिया’

नयी दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व को आज सलाह दी कि वे प्राथमिक सदस्यों के लिए जिला स्तर पर सम्मेलनों का आयोजन करें तथा पार्टी के कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि वे वोट की राजनीति से ऊपर उठ कर देश के विकास एवं समाज के कल्याण के लिए जुटें और समाज के सभी वर्ग खासकर हाशिये पर पड़े लोगों से भावनात्मक संबंध स्थापित करें।श्री मोदी ने सोमवार को शुरू हुई भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के समापन अवसर पर अपने मार्गदर्शक संदेश में यह बात कही। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने प्रधानमंत्री के भाषण के मुख्य बिन्दुओं की जानकारी संवाददाताओं को देते हुए कहा, “आज का प्रधानमंत्री जी का उद्बोधन प्रेरक भी था, दिशा दर्शक भी था और नई राह दिखने वाला था।”श्री फड़नवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे अपने जीवन का क्षण-क्षण भारत की विकास गाथा में लगाएं। इस ‘अमृत काल’ को ‘कर्तव्य काल’ में परवर्तित करने से ही देश को आगे ले जाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि श्री मोदी ने कहा कि भाजपा के मोर्चों के कार्यक्रम सीमावर्ती गांवों में आयोजित किये जाने चाहिए ताकि वे मुख्य धारा में आ सकें और हमारे उनसे जीवंत संपर्क सूत्र कायम हो सकें।उन्होंने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार से आकांक्षी जिलों के विकास में भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की भूमिका हो। उदाहरण के लिए कुपोषण की समस्या के लिए भाजपा के स्तर पर पोषण अभियान चलाया जाए। इसके अतिरिक्त जिस प्रकार से काशी तमिल संगम का आयोजन किया गया उस प्रकार से हमारे सभी राज्य एक दूसरे के साथ भाषा एवं संस्कृति के समन्वय को बढ़ाते हुए भावनात्मक रूप से जुड़ें।प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जिस प्रकार से हमने बेटी बचाओ अभियान को सफल बनाया उसी प्रकार से धरती माता की पुकार को सुनना पड़ेगा और पृथ्वी बचाओ अभियान भी चलाना होगा। रासायनिक उर्वरकों की अधिकता के कारण जलवायु परिवर्तन की विभीषिका का हम सामना कर रहे हैं। इसलिए धरती माता पर पड़ने वाले परिणामों को कम करने की आवश्यकता है। किसानों की मदद से और उन्हें साथ लेकर ये काम करना होगा। उन्होंने ऊर्जा संक्रमण के क्षेत्र में भाजपा को सरकार से कदम मिला कर चलना होगा।श्री मोदी ने कहा कि देश में 18 से 25 वर्ष आयुवर्ग की तरुणाई ने भारत के राजनीतिक इतिहास को नहीं देखा है। पिछली सरकारों के समय के अनाचार, अत्याचार, दुराचार एवं कुशासन को वे नहीं जानते। किस प्रकार से हम कुशासन से सुशासन की ओर आए हैं ये संदेश हमें युवाओं तक पहुंचाना है। उन्हें जागृत करना है और लोकतांत्रिक मूल्याें से जोड़ना है। सुशासन से जोड़ना है और सुशासन का महत्व बताना है। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यकर्ताओं को एक भाजपा जोड़ो अभियान चलाना है जिसमें सभी लोगों को भाजपा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। हमें संवेदनशीलता के साथ समाज के सभी अंगों से जुड़ना है। वोट की चिंता किए बिना देश और समाज को बदलने का कार्य भाजपा को करना है।बकौल श्री फड़नवीस, प्रधानमंत्री ने कहा, “यदि कहीं कोई कमी हो तो उसे भाजपा को दूर करना है। वोट के लिए नहीं हमें समाज को बदलने के लिए जुड़ना है। हम राजनीति का विचार से परे हट कर हम समाजनीति काे लेकर अमृतकाल को नये ढंग से परिभाषित कर पाएं, ऐसा प्रयास होना चाहिए।”प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जिसकी सदस्य संख्या बहुत बड़ी है। लोकतांत्रिक तरीके से सभी कार्यकर्ताओं का सम्मेलन नहीं हो पाता है। हमारे प्राथमिक सदस्यों का भी एक सम्मेलन हर जिले में होना चाहिए और भाजपा उसकी तैयारी आगामी दिनों में करेगी।श्री फड़नवीस ने कहा, “उनका भाषण एक राजनीतिज्ञ का भाषण नहीं बल्कि एक राजनेता का भाषण था। उन्होंने पार्टी के ऊपर देश और देश के लिए पार्टी का संदेश दिया। जो मार्ग प्रधानमंत्री ने दिखाया उसका संकल्प भी कराया। उन्होंने कहा कि जो संकल्प करता है, वही इतिहास रचता है।”संवाददाताओं के सवालों के जवाब में श्री फड़वनीस ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण में चुनावी राजनीति या चुनाव का उल्लेख नहीं था। बल्कि उन्होंने यह कहा कि भाजपा एक राजनीतिक दल के रूप में हर जगह पहुंचे। उनकी बातें संगठन के लिए ही थीं। प्रधानमंत्री ने भाजपा के संगठन को देश के विकास से जोड़ने का मंत्र दिया कहा कि यदि इस काल को विकास के काल में बदल नहीं पाए तो हम बहुत पीछे छूट जाएंगे।एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री ने समाज के हाशिये के वर्गाें को जोड़ने की बात कही तो उसमें किसी भी धर्म या जाति का नाम नहीं लिया।श्री फड़नवीस ने कहा कि विपक्ष की भूमिका के बारे में श्री मोदी ने कहा कि हम कभी विपक्ष को कमजोर नहीं आंकते हैं। हम अपेक्षा करते हैं कि सभी अपनी अपनी भूमिका निभायें। भाजपा ने इतनी ताकत तैयार कर ली है और उसके सहारे देश में बदलाव लाया जा रहा है।