सावित्री बाई फुले की जयंती मनाई गई

बदौसा। कस्बे के स्व. कामता प्रसाद शास्त्री ग्राउंड में जनता दल यूनाइटेड द्वारा आयोजित शिक्षा की देवी माता साबित्री बाई फुले की जयन्ती मनाई गई। मुख्य अतिथि शालिनी पटेल ने कहा महिलाओं के हक हकूक की आवाज बुलंद करने वाली देश पहली महिला रही हैं, जिन्होंने पढ़ने लिखने की राह दिखाई और हम महिलाओं को न्याय दिलाया। भाजपा महिला और वंचित समाज की विरोधी है।शुक्रवार को कस्बे के स्व. कामता प्रसाद शास्त्री महाविद्यालय में जनता दल (यू) के तत्वावधान में रमाकांत विश्वकर्मा जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में साबित्री बाई फुले जयन्ती समारोह सम्पन्न हुआ। जयन्ती समारोह की मुख्य अतिथि शालनी पटेल प्रदेश अध्यक्ष जनता जल (यू) ने कहा आज शिक्षा की देवी माता सावित्री बाई फुले जी की जयन्ती समारोह में उनको शत-शत नमन किया। इतनी कड़ी ठण्ड में आए हुए लोगों का आभार जताया। 1848 में वह समय रहा है जब महिलाओं को पढ़ना लिखना पाप माना जाता था। तब माता साबित्री बाई फुले एवं उनके पति महात्मा ज्योतिबा राव फुले के कडे़ संघर्षों के बाद यह सब अधिकार मिले। जब देश में पहली बार इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनीं और लाल किले से भाषण दिया था कि अगर वह प्रधानमंत्री बनी हैं तो साबित्री बाई फुले का सबसे बड़ा योगदान था। इस मंच के माध्यम से कहना चाहती हैं कि आज भाजपा की डबल इंजन सरकार हमारे हक और अधिकारों को छीनना चाहती है। हिन्दू मस्लिम करके हमें बांट रही है। ज्योतिबा फुले साबित्री बाई फुले ने जो संघर्ष किया। यह वंचित समाज के लोग थे, आज हमे उनके मिशन को मिलकर पूरा करना है। भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए बोलीं, यह सरकार जन विरोधी है। इसे उखाड़ फेंकना है। इस समारोह में रविन्द्र कुमार भारती विशिष्ट अतिथि, आरती सिंह जिलाध्यक्ष जदयू, कमरुनिशा, जानकी देवी, चुन्नी देवी जिला उपाध्यक्ष, वकील खान, बृजेश कुशवाहा, जगपत सिंह यादव वरिष्ठ पत्रकार सहित सैकड़ों महिलाओं व कार्यकर्ताओं ने शिरकत की।