इस साल गेहूं का निर्यात आठ महीने में 30 फीसदी ज्यादा हुआ

नई दिल्ली। इस वर्ष गेहूं की कीमतों में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी हु्ई है। इसी को देखते हुए सरकार ने बाजार में गेहूं की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इस साल मई में ही इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। तब भी इस साल अप्रैल से नवंबर तक गेहूं के निर्यात में करीब 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। यह जानकारी केंद्र सरकार के आंकड़ों से मिली है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय से जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रतिबंध के बावजूद गेहूं का निर्यात पिछले साल से भी ज्यादा रहा है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान यह 29.29 फीसदी बढ़ कर 1.50 अरब डॉलर पर पहुंच गया। पिछले साल इसी अवधि में 1.17 अरब डॉलर के गेहूं का निर्यात हुआ था। उल्लेखनीय है कि घरेलू बाजार में गेहूं की बढ़ती कीमतों को देखते हुए केंद्र सरकार ने मई में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि अनुरोध करने वाले देशों की खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए गेहूं के थोड़ा-बहुत निर्यात करने की अनुमति है। भारत से इस साल सबसे ज्यादा गेहूं का निर्यात बंगलादेश को हुआ है। कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास परिषद के आंकड़ों के मुताबिक इस साल बंगलादेश को 4082843 मिलियन टन गेहूं का निर्यात किया गया। इससे भारत को 889398.88 लाख रुपए मिले। बंगलादेश के बाद भारत से सबसे ज्यादा गेहूं का निर्यात श्रीलंका को किया गया। वहां इस साल अभी तक 582917 मिलियन टन गेहूं का निर्यात किया गया। इसके बाद संयुक्त अरब अमिरात का स्थान रहा।