प्रस्तुतिपरक शीतकालीन बहुजन बाल रंग कार्यशाला 2 जनवरी से

प्रयागराज।प्रबुद्ध फाउंडेशन और राष्ट्रीय शिशु विद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में बहुजन साहित्य कला और संस्कृति के साथ साथ बहुजन रंगमंच के संरक्षण संबर्धन और उसके विकास के साथ साथ उसके पुनर्स्थापत्य के लिये मम्फोर्डगंज स्थित राष्ट्रीय शिशु विद्यालय में आगामी 02 जनवरी से दोपहर 12 बजे से अपराह्न 03 बजे तक एक पन्द्रह दिवसीय प्रस्तुतिपरक शीतकालीन बाल रंग कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।नृत्य, नाटक व गायन में रुचि रखने वाले 07 से 17 आयु वर्ग के बालक व बालिकायें कार्यशाला के संयोजक रंगकर्मी रंगनिर्देशक उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आईपी रामबृज व मम्फोर्डगंज स्थित राष्ट्रीय शिशु विद्यालय के प्रधानाचार्य से किसी भी कार्यदिवस में आवेदन पत्र प्राप्त किया जा सकता है। विशेष जानकारी के लिये कार्यशाला के मुख्य संयोजक आईपी रामबृज के मोबाइल नम्बर 09454697841 व 6392041878 पर संपर्क किया जा सकता है।मुख्य संयोजक आईपी रामबृज ने बताया कि सुविधाविहीन बहुजन समाज के बच्चों को उचित मंच नहीं मिल पाता, नामी गिनाम सांस्कृतिक मंच भी बहुजन समाज के बच्चों पर ध्यान न देकर पहले से ही कुछ न कुछ पारंगत बाल कलाकारों को ही मंच प्रदान करते है जबकि रंगमंच की विधाओं की उत्पत्ति ग्रासरुट समाज से ही माना जाता है। प्रबुद्ध फाउंडेशन के प्रबंधक/सचिव रंगकर्मी रंग निर्देशक उच्च न्यायालय के अधिवक्ता आईपी रामबृज ने बताया कि भले ही बहुजन समाज को राजनैतिक बराबरी मिल चुकी है लेकिन सामाजिक सांस्कृतिक बराबरी से वे बहुत दूर है। तथाकथित शिक्षित वर्ग भी इस सामाजिक असमानता के लिए काफी हद तक जिम्मेदार है। स्वार्थी लोगों ने समानता प्रदान करने वाली बहुजन संस्कृति का विनाश किया है जिसे पुनर्जीवित एवं मजबूत करने की जरूरत है तथा इस दिशा में प्रबुद्ध फ़ाउण्डेशन एक मजबूत कड़ी के रूप में कार्य कर रहा है। मम्फोर्डगंज स्थित शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य एलके अहेरवार ने बताया कि सुविधाओं के अभाव में रहते हुए बहुजन समाज के बच्चों में निहित नैसर्गिक प्रतिभा पर खुशी जाहिर करते हुए उनके साहस एवं हिम्मत की सराहना की। दूर दराज इलाकों से भी बच्चे इस पड़ रही इस भीषण ठण्ड में भी दोपहर 12 बजे से अपराह्न 03 बजे तक यानी पूरे तीन घण्टे प्रतिदिन कार्यशाला में ठण्ड से लड़ते हुए रंगमंच की विभिन्न विधाओं की दुनिया से बच्चे सराबोर होंगे।