कौशांबी।मुख्यालय मंझनपुर के नेहरू नगर निवासी लालचंद वर्मा दोनों आंख से अंधे हैं उनकी जमीन डायट मैदान के पास मौजूद है दो दशक पूर्व डायट के प्राचार्य ने विवाद उत्पन्न करते हुए अपने स्कूल की जमीन बताना शुरू कर दिया था मामले में अदालत में मुकदमा चला पहले मुकदमे में डायट प्राचार्य मुक़दमस जीत गए लेकिन मुकदमे की अपील लालचंद वर्मा ने उच्च अदालत में किया जिस पर सुनवाई के दौरान निचली अदालत का आदेश को खारिज करते हुए लालचंद वर्मा के जमीन को बहाल रखा गया दो दशक से लालचंद वर्मा अदालत का आदेश लेकर जमीन को कब्जा करने के लिए अधिकारियों की चौखट पर दौड़ रहा है तहसीलदार एसडीएम से लेकर डीएम कमिश्नर तक लालचंद ने फरियाद की लेकिन उसकी जमीन पर उसको कब्जा नहीं मिल सका इसी बीच नगर पालिका परिषद मंझनपुर ने दोनों आंख से सूरदास लालचंद वर्मा की जमीन पर सार्वजनिक सुलभ शौचालय बनवाना शुरू कर दिया जिस पर अपनी जमीन बचाने के लिए दोनों आंख से अंधा लालचंद अधिकारियों की चौखट पर न्याय के लिए गिड़गिड़ाता रहा लेकिन उसे न्याय नहीं मिल सका सवाल उठता है कि अदालत के आदेश के बाद भी आला अधिकारी सूरदास की जमीन उसे नहीं दे पा रहे हैं तो फिर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कानून का राज कहां रह जाएगा अदालत के आदेश का पालन कराना होगा और सूरदास की जमीन पर उसे काबिज कराना होगा लेकिन डीएम कमिश्नर की चौखट तक फरियाद करने के बाद भी लालचंद्र की जमीन के प्रकरण में अदालत के आदेश का पालन नहीं हो सका है जो योगी सरकार की निष्पक्ष न्याय प्रिय कानून व्यवस्था पर तमाम सवाल खड़ा कर रहा है।
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