मैरी कॉम चलाएंगी कैंसर की शुरुआती जांच अभियान

हैदराबाद।अमेरिकन ऑन्कोलॉजी इंस्टीट्यूट (एओआई) ने सोमवार को घोषणा की कि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के एथलीट आयोग की अध्यक्ष मैरी कॉम को कैंसर के शुरूआती लक्षणों की जांच अभियान चलाने के लिए चुना गया है। एओआई दक्षिण एशिया में 16 कैंसर अस्पतालों का संचालन करने वाली सबसे बड़ी कैंसर अस्पतालों में से एक है।एओआई ने एक विज्ञप्ति में बताया कि इस अभियान का उद्देश्य पूर्वोत्तर सहित देश भर में कैंसर का जल्द पता लगाने और नियमित जांच के बारे में जागरूकता फैलाना है, जहां कैंसर की सबसे अधिक घटनाएं होती हैं।एनसीआरपी की रिपोर्ट 2020 के अनुसार, भारत में हर साल लगभग दस लाख नए कैंसर के मामले सामने आते हैं और फिर भी नियमित जांच पर जागरूकता का स्तर बहुत कम है।कैंसर के लक्षणों का जल्द पता लगाने के लिए एओआई ने मैरी कॉम के साथ मिलकर सार्वजनिक स्वास्थ्य हित में एक लघु फिल्म लॉन्च की है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे कैंसर के शुरुआती लक्षणों को जानकर इस रोग से जल्दी से निपटा जा सकता है और यह फिल्म ‘थिंक बिफोर टाइम’ और ‘एक्ट बिफोर टाइम’ जैसे शब्दों का उपयोग करके कैंसर के लिए नियमित स्क्रीनिंग पर जनता का ध्यान आकर्षित करती है।मैरी कॉम ने कहा,“जैसे हमें एथलीट के लिए हर स्थिति में अच्छी तरह से तैयार रहना महत्वपूर्ण है। ठीक वैसा ही कैंसर के साथ है जहां शुरुआती निदान पाकर इस रोग से बचने में कामयाब साबित हो सकते हैं। नियमित स्क्रीनिंग से कुछ कैंसर का जल्द पता लगाया जा सकता है।”एथलीट कॉम ने कहा,“नियमित स्क्रीनिंग के माध्यम से मैं कैंसर से संबंधित जागरूकता फैलाने और प्रत्येक व्यक्ति को सशक्त बनाने की उम्मीद करती हूं ताकि वे अच्छी तरह से तैयार हो सकें एवं स्वस्थ जीवन जी सकें।”एओआई कैंसर का जल्द पता लगाने के लिए नियमित रूप से अपनी 16 इकाइयों में मुफ्त कैंसर जांच शिविर आयोजित करता है।शुरुआती पहचान के बारे में बात करते हुए, सीटीएसआई, दक्षिण एशिया के ग्रुप सीईओ डॉ जगप्रग सिंह गुजराल ने कहा, “हमें मैरी कॉम के साथ नियमित जांच और कैंसर के शुरुआती पता लगाने और निदान के बारे में जागरूकता फैलाना अनिवार्य है और मुझे उनके साथ यह विशाल कार्य करने में खुशी हो रही है। जो जीवित रहने की दर और परिणामों में काफी सुधार कर सकता है।”सीटीएसआई साउथ एशिया की कैंपेन लीड टीना चौधरी ने कहा कि मैरी कॉम लोगों को कैंसर के शुरुआती निदान और नियमित जांच के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सही प्रेरक साबित होंगी।उन्होंने कहा कि इस वीडियो को आगे पांच से अधिक क्षेत्रीय और स्थानीय भाषाओं में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी किया जाएगा। डिजिटल अभियान पहले से ही एओआई के सोशल मीडिया चैनलों पर लाइव है और 10 से अधिक राज्यों में आउटडोर तथा अन्य इन-हाउस विज्ञापन के रूप में जारी किया गया है।