डीएम ने रबी उत्पादकता गोष्ठी व तिलहन मेले का किया उद्घाटन

फतेहपुर। रबी उत्पादकता गोष्ठी एवं प्रमोशन आफ एग्रीकल्चर केनाइजेशन फार इन सीटू मैनेजमेंट आफ काम रेजीयू तिलहन मेला का प्रेक्षागृह प्रांगण व सभागार में आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ जिलाधिकारी श्रुति ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। परिसर में विभिन्न विभागों ने स्टाल लगाकर किसानों का अहम जानकारियां भी देने का काम किया। उप कृषि निदेशक ने मुख्य अतिथि का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए जनपद स्तरीय रबी गोष्ठी एवं किसान मेला के आयोजन की रूपरेखा एवं कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं कार्यक्रमों के बारे में किसानों को जानकारी दी गयी। कृषि विज्ञान केन्द्र थरियांव के वैज्ञानिक डा. जितेन्द्र सिंह ने खेती की नवीनतम तकनीकी जानकारी दी। फसल अवशेष प्रबंधन एवं रबी फसलों में अधिक उत्पादन हेतु बताया। प्रगतिशील किसान रमाकान्त त्रिपाठी ने आधारित प्राकृतिक खेती की विस्तारपूर्वक सफलता की कहानी कृषकों के मध्य साझा की। उप कृषि निदेशक ने कृषि विभाग की योजनाओं के बारे में कृषकों को बताया। उन्होने कृषकों को पराली न जलाये जाने हेतु शपथ दिलायी और अपील किया कि फसल अवशेषों को खेतों में कदापि न जलाएं खेतों में आग लगाने से जमीन का तापमान बढ़ जाता है जिससे लाभदायक सूक्ष्म जीव मर जाते हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि पराली जलाने की प्रतिदिन समीक्षा शासन स्तर पर की जा रही है। जनपद की जीआई टेगिंग में स्थान न होने के कारण कृषकों को कृषि या अन्य क्षेत्र प्रभावी को आगे लाने हेतु प्रेरित किया। सीडीओ ने गोष्ठी में जनपद के प्रत्येक विकास खण्ड से कृषकों को आमंत्रित कर प्रतिभाग कराने के निर्देश दिये गये। मेले में कृषि उद्यान, मलय रेशम गाथाई, प्रज्ञा ग्रामोत्थान सेवा समिति, फसल बीमा, पंचायतीराज विभाग अन्य विभागों द्वारा अपने विभाग से सम्पति लगाकर कृषकों को नवीनतम जानकारी प्रदान की गयी। किसान मेला में कृषि विज्ञान केन्द्र थरियांव के वैज्ञानिक डॉ एसके पांडेय ने पशुपालन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कृषि वैज्ञानिक डॉ जगदीश ने रबी फसलों की सुरक्षा सम्बंधित, दलहन, तिलहन, कीटो के रोकथाम के बारे में बताया। डॉ जितेन्द्र सिंह ने उन्होंने कृषक उत्पादक सगठन के बारे में चर्चा की और उत्पादकता और आय की बढ़ाने के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक थरियांव की प्रभारी डॉ साधना वैश्य सहित कृषि विभाग के अधिकारी, विद्युत विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।