आवासीय भवनों में अवैध क्लीनिकों का हो रहा संचालन

बांदा। आवास विकास के आवासीय भवनों में दबंगों द्वारा अवैध तरीके से अस्पताल व क्लीनिकों का संचालन किया जा रहा है। इनसे निकलने वाला कचरा भी फैलाया जाता है, इससे बीमारियां में इजाफा हो रहा है। इसके साथ ही पार्किंग न होने के कारण वाहन मनमाने तरीके से खड़े होते हैं, इससे लोगों को जाम से जूझना पड़ रहा है। इस मामले की शिकायत हल्लेवासियों ने जिलाधिकारी से की है।आवास विकास कालोनी के निवासियों ने जिलाधिकारी को दिए गए पत्र में बताया है कि आवास विकास एक आवासीय योजना 1984, के तहत निमित है, जिसमें कुछ सीमित भूखंड व्यवसायिक कामों के लिए आवंटित थे, बाकी सभी खंड आवासीय थे। लेकिन वर्तमान समय में कुछ आवासीय भूखंडों को मनमानी व अवैध ढंग से बिना किसी नियम के अस्पताल व क्लीनिक खोले गए हैं। इससे निकला गंदा कचरा मनमानी ढंग से मोहल्ले में फैलाते हैं जिससे मोहल्ले में प्रदूषण व बीमारियां बढ़ी हैं। यहां आने वाले चार पहिया वाहन पार्किंग न होने से मनमानी ढंग से खड़े होती हैं जिससे मोहल्लवसियों को जाम से जूझना पड़ता है। इसकी शिकायत पूर्व में आवास विकास परिषद से की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कालोनी के निवासियों ने जिलाधिकारी से सक्षम अधिकारी से जांच कराते हुए अवैध क्लीनिकों को जल्द से जल्द हटवाए जाने की मांग की है। इस दौरान आवास विकास निवासी जिला बार संघ के अध्यक्ष ब्रजमोहन सिंह, वीरेंद्र बहादुर सिंह एडवकेट, सतीश चन्द्र मिश्रा एडवोकेट, महेश प्रताप सिंह एडवोकेट,  पुष्पेन्द्र सिंह चुनाले आप नेता, कुलदीप शुक्ला आरटीआई कार्यकर्ता, दिनेश श्रीवास्तव, विवेक कुमार गुप्त, अनिरुद्ध प्रताप सिंह चुन्नी, मुन्नीलाल गुप्ता, आदि मुहल्लेवासी मौजूद रहे।