लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा आयोजित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 23वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ में प्रतिभाग हेतु 61 देशों से पधारे 250 से अधिक मुख्य न्यायाधीशों, कानूनवि व प्रख्यात हस्तियों ने आज आगरा में विश्व प्रसिद्ध ताजमहल का दीदार किया एवं भारत की सांस्कृतिक विरासत का सराहा। इस ऐतिहासिक सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विभिन्न देशों से पधारे ये सभी गणमान्य अतिथि नई दिल्ली में एकत्रित हुए और वहीं से आगरा के लिए रवाना हुए। विदित हो कि ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51’ पर आधारित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 23वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 18 से 22 नवम्बर तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, न्यायमंत्री, संसद सदस्य, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख समेत 61 देशों के 250 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् प्रतिभाग कर रहे हैं।सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि ताजमहल के अवलोकन के उपरान्त ये सभी गणमान्य अतिथि वापस नई दिल्ली रवाना हो गये, जहाँ राष्ट्रीय बहाई आध्यात्मिक सभा, नई दिल्ली द्वारा सभी सम्मानित अतिथियों के लिए स्वागत समारोह एवं रात्रिभोज का आयोजन किया गया।शर्मा ने बताया कि 61 देशों से पधारे सभी मुख्य न्यायाधीश, कानूनविद् व प्रख्यात हस्तियाँ कल 17 नवम्बर, वृहस्पतिवार को प्रातः 10.00 बजे नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि ‘राजघाट’ पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे एवं अपरान्हः 12.30 बजे से नई दिल्ली स्थित कान्स्टीट्यूशन क्लब में सम्मेलन के प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे। भारत सरकार के रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री श्री अजय भट्ट इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। 18 नवम्बर को ये भी गणमान्य अतिथि लखनऊ पधारेंगे, जहाँ प्रातः 9.00 बजे अमौसी एअरपोर्ट पर इन प्रख्यात हस्तियों का स्वागत किया जायेगा।शर्मा ने बताया कि लखनऊ में 18 से 22 नवम्बर तक आयोजित इस पाँच दिवसीय सम्मेलन में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, माॅरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराजसिंग रूपन, केशव प्रसाद मौर्य, उप-मुख्यमंत्री, उ.प्र., बृजेश पाठक, उप-मुख्यमंत्री, उ.प्र., सुरेश खन्ना, वित्तमंत्री, उ.प्र, सुधांशु त्रिवेदी, संसद सदस्य (राज्यसभा),संयुक्ता भाटिया, मेयर, लखनऊ समेत कई गणमान्य हस्तियाँ अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे। इसके अलावा, इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग करने वाली हस्तियों में सर राॅडनी एरे लाॅरेंस विलियम्स, गवर्नर-जनरल, एंटीगुआ और बारबुडा एल्बन सुमाना किंग्सफोर्ड बैगबिन, स्पीकर, घाना संसद, एमिल काॅन्स्टेंटिनेस्कु, पूर्व राष्ट्रपति, रोमानिया, स्टीपन मेसिक, पूर्व राष्ट्रपति, क्रोएशिया; डा. पकालिथा बी. मोसिलिली, पूर्व प्रधानमंत्री, लेसोथो; जीन-हेनरी सेन्ट, पूर्व प्रधानमंत्री, हैती आदि प्रमुख हैं।शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जिन 61 देशों के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् आदि प्रतिभाग कर रहे हैं, उनमें अंगोला, एंटीगुआ और बारबुडा, ऑस्ट्रेलिया, अज़रबैजान, बांग्लादेश, बेनिन, बोलीविया, बोत्सवाना, ब्राजील, बुर्किना फासो, कैमरून, चिली, कोमोरोस, कोस्टारिका, क्रोएशिया, इक्वाडोर,इजिप्ट, अल साल्वाडोर, इस्वातिनि, फिजी, घाना, गिनी, गुयाना, हैती, इटली, जापान, जमैका, किर्गिज़ रिपब्लिक, लेबनान, लेसोथो, लीबिया, मेडागास्कर, मलावी, मॉरिटानिया, मॉरीशस, मंगोलिया, मोरक्को, मोज़ाम्बिक, म्यांमार, नेपाल, नीदरलैंड्स, नाइजर, नाइजीरिया, उत्तर मैसेडोनिया, पापुआ न्यू गिनी, पेरू, रोमानिया, रूस, साओ टोम और प्रिंसिपे, सर्बिया, सोमालिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, दक्षिण सूडान, सूरीनाम, तंजानिया, थाईलैंड, तुर्की, अमेरिका, जाम्बिया एवं भारत प्रमुख हैं।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post