फखरपुर, बहराइच। इस समय क्षेत्र में शरदकालीन गन्ना बुवाई अच्छी चल रही है। जो भी खेत खाली है उसमे किसान गन्ना लगा रहे है। क्षेत्र के किसानो से अनुरोध है कि नई गन्ना प्रजाति में 15023 प्रजाति अधिक से अधिक नर्सरी के रूप में लगाए। इसका उत्पादन अन्य प्रजातियों के मुकाबले बहुत अधिक है। नर्सरी में केवल 2 कुंतल बीज एक बीघा में लगता है। लाइन से लाइन की दूरी 5 फिट रखे और केवल 2 लाइन की ही बुवाई करे। अगले वर्ष यह एक बीघा की नर्सरी 10 बीघा गन्ना बुवाई के लिए पर्याप्त है। बुवाई के लिए अच्छी प्रकार खेत की तैयारी करे और तैयारी के समय ट्राइकोडर्मा पाउडर का प्रयोग जैविक खाद में मिलाकर भूमि शोधन करे। इसके अलावा अच्छी गुणवत्ता का बीज ले। 15023 प्रजाति का बीज पारले क्षेत्र में किसानो के पास पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। केवल 2 आँख का टुकड़ा ही बुवाई में प्रयोग करे और बुवाई के समय पारले ऑर्गनिक पोटाश 2 बैग प्रति एकड़ की दर से जरूर प्रयोग करे। बीज का शोधन हेक्सास्टोप 70 प्रतिशत डब्लू पी, इमिडाक्लोरप्रिड 17.8 एस एल, यूरिया, इथ्रेल सभी पानी के साथ घोल बनाकर गन्ने के टुकड़े 30 मिनट के लिए डुबाये और फिर बुवाई करे। बुवाई के बाद केवल 2 इंच मिट्टी ही गन्ने के टुकड़ो के ऊपर डाले इससे जमाव काफी अच्छा होगा। इन् सभी बातो की अपील पारले कंपनी के एसोसिएट मुख्य गन्ना प्रबंधक संजीव राठी ने पदमपिछोरा, हमीपुर छितपुरी, चोभैया, नेवाशी, यादवपुर मटहिया के किसानो से क्षेत्र भ्रमण के दौरान की। इस अवसर पर काफी संख्या में किसान और पारले कंपनी के अधिकारीगण सूबेदार, अमरेंद्र, प्रवेश, नागेंद्र, अमर, अशोक, दिलीप एवं शैलेन्द्र मौजूद रहे।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post