कीव। यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने कहा कि रूस को दक्षिणी शहर खेरसॉन से अपने सैनिकों को वापस बुलाने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे बढ़ रही सर्दी युद्ध की रफ्तार को धीमा कर देगी, जिससे दोनों पक्षों को फिर से संगठित होने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि एक या दो दिनों में सैनिकों को खेरसॉन से वापस लेना इतना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि इसमें कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा।यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने कहा कि ठंड के मौसम से दोनों ओर (रूस और यूक्रेन) युद्ध की गति धीमी पड़ जाएगी, जिससे दोनों सेनाओं को आरामकरने का समय मिलेगा। वहीं ब्रिटेन से युद्ध कौशल सीख कर आ रहे यूक्रेनी सैनिक भी ठंड के समय तक थक चुके सैनिकों को रिप्लेस कर देंगे, जिससे सैन्य बलों में एक नई ताजगी देखने को मिल सकती है।रूसी रक्षामंत्री सर्गेई शोइगु ने निप्रो नदी के पीछे से अपने सैनिकों को निकलने का आदेश दिया है। कर्मियों, हथियारों और हार्डवेयर के सुरक्षित स्थानांतरण को सुनिश्चित करने के लिए यह आदेश दिया गया है। रूस को डर है कि कीव शासन जल्द ही निप्रो नदी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पैदा कर सकता है। साथ ही आशंका है कि वह काखोवका बांध पर एक अधिक शक्तिशाली रॉकेट से हमला कर आसपास के क्षेत्र को जलमग्न कर सकता है।यूक्रेन ने रूस की घोषणा पर सावधानी के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ रूसी सेनाएं अभी भी खेरसॉन में हैं और अतिरिक्त रूसी जनशक्ति इस क्षेत्र में भेजी जा रही है। राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा वे बाहर जा रहे हैं, लेकिन उतना नहीं हो रहा है, जितना कि यह एक कंप्लीट पुलआउट या रीग्रुपिंग में होता है। एरेस्टोविच ने कहा कि रूसी सेना पुलों को नष्ट करने के साथ सड़कों को खोद रही है।
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