वोटर लिस्ट पुनरीक्षण गाइडलाइन आने के बाद भी नहीं शुरू हुआ कार्य

रूपईडीहा, बहराइच। प्रदेश सरकार निर्धारित समय सीमा में निकाय चुनाव संपन्न कराना चाहती है। इसी उद्देश्य से सरकार ने कई गाइडलाइन जारी किए हैं। प्रशासन को पूरी तरह से लगा दिया गया है कि जल्द से जल्द चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली जाए। इसी उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने निकाय चुनाव के लिए 31 अक्टूबर को वोटर लिस्ट जारी कर दिया था। 1 नवंबर से 9 नवंबर तक बीएलओ के द्वारा घर-घर जाकर नए वोटरों को जोड़ने का काम भी दिया गया है। नगर निकाय चुनाव से पहले मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में जिन लोगो का नाम मतदाता सूची में अशुद्ध है या नहीं है या किसी और वार्ड में नाम जुड़ गया है तो वोटर लिस्ट में जरूरी सुधार के लिए वार्डवार सुधार प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र ने मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम जारी कर दिया है। इस क्रम में बीएलओ बूथ या वार्डवार वोटरों के घर-घर जाकर मतदाताों के नाम जोड़ने, नाम में संशोधन और मतदाता सूची से नाम हटाने की कार्रवाई करेंगे। परंतु रुपईडीहा नगर पंचायत में मौजूदा स्थिति इससे भिन्न है। प्रत्येक वार्ड में जिन जिन बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई है ज्यादातर बीएलओ के मोबाइल बन्द आ रहे हैं। जबकि वोटर लिस्ट में बहुत सी गड़बड़ी देखने को मिली है। नगर पंचायत रुपईडीहा के लगभग सभी वार्ड में चुनाव लड़ने वाले सभासद प्रत्याशियों ने यह शिकायत की है कि बहुत से मेरे वार्ड के वोटरों का नाम दूसरे वार्ड में जुड़ा हुआ है तथा बहुत से वोटरों के नाम वोटर लिस्ट में है ही नहीं। सरकार द्वारा जो 9 दिन का समय दिया गया है वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के लिए उसमें 3 दिन का समय बीत चुका हैं और उस पर अभी तक कोई कार्य शुरू भी नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में या तो वोटर लिस्ट सही नहीं हो पाएगा और या तो समय ज्यादा लगेगा जिससे चुनाव में व्यवधान उत्पन्न होगा। किसान मोर्चा रुपईडीहा मण्डल अध्यक्ष भीमसेन मिश्रा ने मांग की है कि वोटर लिस्ट बहुत ही खराब है। इस वोटर लिस्ट से जो नगर पंचायत रुपईडीहा का वार्ड वार परिसीमन हुआ है उसका अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा। क्योंकि एक वार्ड के रहने वाले का नाम दूसरे वार्ड में जुड़ा हुआ है। वोटर लिस्ट को नए सिरे से घर घर जाकर फ्रेस बनाया जाए जिससे वार्डो का अस्तित्व बचा रहे।