महात्मा गाँधीऔर सरदार पटेल का जीवन दर्शन हमारे  लिये प्रेरणा स्रोत -उप जिला अधिकारी

घोरावल lलौह पुरुष सरदार  बल्ल्भ भाई पटेल का स्वतंत्रता आंदोलन में  महत्वपूर्ण योगदान रहा, आज़ादी के बाद नये भारत के निर्माण में उनकी बहुत बड़ी भूमिका रही  वह हमारे आदर्श हैं, महात्मा गाँधी, और सरदार पटेल का जीवन दर्शन हमारे  लिये प्रेरणा स्रोत हैं lयह विचार आज उप जिला अधिकारी, घोरावल, श्याम प्रताप सिंह ने केंद्रीय संचार  ब्यूरो, वाराणसी द्वारा राजकीय इंटर  कालेज घोरावल  में आज़ादी का अमृत महोत्सव राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित  दो दो दिवसीय जनजागरूकता कार्यक्रम केसमापन दिवस  के प्रथम सत्र में बतौर  मुख्य अतिथि व्यक्त किया lउन्होंने  विद्यार्थियों  से कहा की आपकी  सामजिक और  आर्थिक स्तर अलग  अलग हो सकती है,परन्तु शिक्षा से यह गैरसमानता, समानता में बदल  सकती इस लिए निष्ठा और  लगन  से पढ़ाई करें साथ में जो अन्य भी कार्य करें उसमें भी  गुणवत्ता  की झलक  होनी चाहिएlसिंह ने प्रदर्शनी  की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में ज्ञान और राष्ट्रबाद  का संदेश देंनें वाली है है, लोक कला कठपुतली और जादू की प्रस्तुति को भी सराहनीय बताया lप्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर उत्साहवर्धन किया lसमापन  समरोह के चीफ गेस्ट जिला पंचायत सदस्य श्री नीरज कुमार श्रीवास्तव नें पटेल जी की दूरदर्शिता, निडरता, कर्मठता और साहस की चर्चा करते हुए कहा कि आजादी के बाद हमें एक अनोखा संबिधान मिला जो समता, समरसता और समानता पर आधारित है, बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर ने शिक्षा का , वोट देने का अधिकार दिया l पटेल जी किसानों, मजदूरों और गरीबों के लिए आजीवन संघर्ष किया l युवा पीढ़ी को गांधी,पटेल, सुभाष  और अम्बेडकर के बताये मार्ग पर चल  कर देश  के विकास में अपना योगदान देना चाहिए lचित्र प्रदर्शनी में लौह पुरूष सरदार पटेल जी के जीवन पर आधरित  चित्रों का प्रदर्शन किया गया जिसमे उनके बचपन, गांधी जी से प्रशिक्षण, सफल  वैरिस्टर, निडरता, कर्मठता, किसानों  के हितैषी और  आधुनिक भारत के नवनिर्माण में योगदान की जानकारी युक्त चित्र प्रदर्शित किए गये थे आजादी का अमृत महोत्सव पर स्वतंत्रता आंदोलन की जुड़ी ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण घटनाओं जैसे डांडी यात्रा ,नमक सत्याग्रह, जलियां वाला बाग नरसंहार, यूरोपीय, व्यापरीयों का भारत आगमन, खिलाफत आंदोलन, साइमन कमीशन वापस जाओ, नेताजी सुभाष चंद्रबोस का योगदान, खेड़ा सत्याग्रह,, चौरी -चौरा की घटना, आज़ादी की पहली लड़ाई, बंदेमातरम का उदघोष, राष्ट्रीय जागरण की लहर, चम्पारण सत्याग्रह के चित्र लगाए गये थे  इन्ही विषयों पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता हुई l जादू और कठपुतलियों ने राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया कार्यक्रम में प्रिंसिपल अनिल यादव डॉ रंजन चतुर्वेदी, राजेंद्र प्रसाद प्रजापति मान  बहादुर सिंह, वीरेंद्र कुमार मिश्र, डॉ. परमेश्वर  दयाल पुष्कर, अमरेशचंद्र  सोनानंचल  इंटर  कालेज के शिक्षक  तिलकधारी सिंह, हदीस  आलम, मुमताज़ अली आदि रहे कार्यक्रम डॉ लालजी क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी वाराणसी ने किया l