सोनभद्र। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स(एनसीएल) के सीएमडी भोला सिंह ने निगाही क्षेत्र में 20 क्यूबिक मीटर क्षमता की एक विशाल शॉवेल को नियोजित कर राष्ट्र को समर्पित किया। इस दौरान श्री सिंह ने शॉवेल में जाकर इसका निरीक्षण किया एवं इसकी तकनीकी विशेषताओं व क्षमताओं के बारे में निर्माता कंपनी के प्रतिनिधियों से विस्तार में चर्चा की। मशीन के उदघाटन के पश्चात अपने उद्बोधन में सीएमडी श्री भोला सिंह ने नई शॉवेल के नियोजन पर निगाही क्षेत्र को बधाई दी। उन्होंने इस विशालकाय अत्याधुनिक मशीन की समुचित देखरेख व क्षमता के भरपूर उपयोग के लिए उन्नत प्रशिक्षण व नई तकनीक को सीखने की प्रतिबद्धता की आवश्यकता पर विशेष ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने की एनसीएल की प्रतिबद्धता को पूरा करने में ये मशीने महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी। श्री सिंह ने कहा कि एनसीएल में विश्व की सर्वश्रेष्ठ मशीने तैनात हैं और इस नई शोवेल से एनसीएल की मशीनी क्षमता को मजबूती मिलेगी व उत्पादन लक्ष्यों को सुरक्षा के साथ हासिल करने में आसानी होगी। इस अवसर पर एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/ संचालन) डॉ॰ अनिंद्य सिन्हा, निदेशक(वित्त) रजनीश नारायण, शोवेल निर्माता रूसी कंपनी आई-ज़ेड कर्टेक्स के निदेशक(तकनीकी) मेलनिकोव डिमित्री एलेक्सीविच, महाप्रबंधक, निगाही हरीश दुहान, एनसीएल की परियोजनाओं एवं मुख्यालय के महाप्रबंधक, निगाही परियोजना के विभागाध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, श्रमिक संघ के प्रतिनिधि एवं कर्मचारीगण एवं कंपनी की भारतीय सहयोगी कंपनी एसआरबी के सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक, निगाही हरीश दुहान ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं मशीन की विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताया। स्टेट ऑफ द आर्ट तकनीकी से युक्त इस शॉवेल की बकेट क्षमता 20 क्यूबिक मीटर, कटिंग हाइट 17 मीटर और डम्पिंग हाइट 10.8 मीटर है। इस शॉवेल का उपयोग परियोजना में मुख्यतः अधिभार हटाने में किया जाएगा जिससे कंपनी को देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता के अनुरूप तय किए गए उत्पादन लक्ष्यों को हांसिल करने में मदद मिलेगी। यह मशीने कंपनी की उत्पादकता, सुरक्षा एवं पर्यावरण जैसे मानकों पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। इसके पूर्व दूधीचुआ क्षेत्र में भी रूस में निर्मित ईकेजी-20 केएम मॉडल का नियोजन किया जा चुका है।गौरतलब है कि निकट भविष्य में एनसीएल के बेड़े में ईकेजी-20 केएम मॉडल की रूस में निर्मित 9 और शॉवेल तैनात होंगी जिनमें से 6 वित्त वर्ष 2022-23 में आने की संभावना है। एनसीएल शॉवेल के समकक्ष बड़ी एवं आधुनिक तकनीकी से लैस डंपर भी तैनात कर रही है। वर्तमान में 190 टन श्रेणी के 93 डंपर कार्यरत हैं तथा 52 नए डंपर आने की प्रक्रिया में हैं। साथ ही एनसीएल के समृद्ध मशीनी बेड़े में शीघ्र 4 नई ड्रैगलाइन एवं अन्य भारी मशीने भी शामिल होंगी जिससे एनसीएल के बेड़े को और मजबूती मिलेगी व देश की ऊर्जा आकांक्षों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post