वाराणसी । वाराणसी-हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के लिए हाईस्पीड रेल कॉरिडोर की कार्ययोजना बनने लगी है। यानी आगामी वर्षों में इस रूट पर भी बुलेट ट्रेन फर्राटा भरेगी। हाई स्पीड रेल कारपोरेशन इसके रूट को लेकर आरंभिक सर्वे कराएगा। सर्वे करने वाली अधिकृत एजेंसी की ओर से उत्तर रेलवे के स्थानीय अभियंताओं से रूट को लेकर चर्चा की गई। अभियंताओं ने अगले माह वाराणसी से पीपीडीयूनगर के बीच सर्वे की संभावना जताई है।कॉरिडोर के लिए सबसे आरंभिक रेकॉन सर्वे किया जाएगा। इसके तहत सर्वे करने वाली एजेंसी के प्रतिनिधि यहां के अभियंता से विमर्श के बाद संभावित रूट तलाशेंगे। स्थानीय स्तर पर अभियंताओं की मदद से केवल वाराणसी से पीपीडीयू नगर तक ही रेकॉन सर्वे होगा। इसके बाद दूसरे जोन व मंडल के रेल अभियंताओं की मदद ली जाएगी। रेकॉन सर्वे के बाद आगे दो और सर्वे होंगे। इसमें लीडार तकनीक से सर्वे भी शामिल है। रेकॉन सर्वे में संभावित रूट की जानकारी के बाद जीओ टेक पद्धति से सर्वे होगा। इसमें भू-तकनीकी इंजीनियरों की ओर से प्रस्तावित कार्य के लिए मिट्टी का सैंपल लिया जाएगा। भूकंप और नींव के लिए जानकारी जुटाई जाएगी।अभियंताओं से चर्चा करने आई टीम ने जो रूट खुद से तैयार किया था, वह वर्तमान में प्रस्तावित सिग्नेचर ब्रिज से था। सिग्नेचर ब्रिज से भी दो गुड्स लाइनें जानी हैं। ऐसे में दूसरी जगह से गंगा से रेल पुल ले जाने की सलाह दी गई। सर्वे करने वाले वाली एजेंसी के प्रतिनिधियों ने बताया कि बक्सर-गया रूट से कॉरिडोर जाएगा। दिल्ली-वाराणसी के लिए हाईस्पीड रेल कॉरिडोर के लिए जमीन का सर्वे हो रहा है। अधिग्रहण के लिए कवायद शुरू हो गई है। अब वाराणसी से हावड़ा के लिए सर्वे शुरू होने जा रहा है। भविष्य में दिल्ली-वाराणसी-हावड़ा रूट पर बुलेट ट्रेन चलने की संभावना है। पीयूष पाठक, सहायक मंडल इंजीनियर, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल कहते हैं कि वाराणसी-हावड़ा के बीच हाईस्पीड रेल कॉरिडोर के लिए कारपोरेशन की ओर से अधिकृत एजेंसी के प्रतिनिधि यहां आ चुके हैं। अगले महीने से रेकॉन सर्वे की बात कही है।