प्रयागराज मण्डल के मितावली – टूण्डला  के मध्य  मॉक ड्रिल का आयोजन

प्रयागराज।मंडल द्वारा अपनी आपदा प्रबंधन की तैयारियों के अंतर्गत आज दिनांक 11 अक्टूबर 2022 को   एनडीआरएफ एवं सिविल डिफेंस तथा स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर मितावली – टूण्डला  के मध्य अवपथन के साथ साथ ट्रेन में आग लगने की तथा ट्रेन दुर्घटना के दौरान यात्रियों के  बचाव  की प्रक्रिया पर मॉक ड्रिल किया गया। इस अभ्यास के लिये एक स्थल को चुनकर उसे दुर्घटना स्थल के रुप में विकसित किया। इस अभ्यास के क्रम में आज दिनांक 11-10-2022 को गाडी संख्या 14220 के ट्रेन मैनेजर मनमोहन मीना /मुख्यालय टूण्डला द्वारा टूण्डला कन्ट्रोल को सूचित किया कि उनकी गाड़ी (14220 नई दिल्ली- कानपुर) एक्सप्रेस का मितावली- टूण्डला के मध्य 11:48 मिनट पर किलोमीटर  संख्या 1249/19-12 के पास डिरिलमेंट हो गया है। इस दौरान एक कोच अवपथित और इंजन से पहले कोच में आग  लगने की वास्तविक दुर्घटना के समान दृश्य बनाया गया। यह मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय के निर्देशो के अनुक्रम में किया गया । दुर्घटना स्थल पर स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड, जी०आर० पी०, आरपीएफ, ‘ARMV तथा ART पहुँची तथा बचाव कार्य शुरू किया गया. इस अभ्यास के दौरान वास्तविक दुर्घटना के दौरान बरती जाने वाली सारी सावधानियों के साथ-साथ राहत एवं बचाव कार्यों को किया गया है। इस दौरान रेल प्रशासन एवं एनडीआरएफ की टीम द्वारा  मिलकर डिब्बे में फंसे हुए लोगों को निकालने के क्रम में सर्वप्रथम सभी उपकरणों को यथोचित स्थान पर ले जाकर रखने एवं समुचित व्यवस्था को बनाकर सबसे पहले डिब्बे की खिड़कियों को काटकर फंसे हुए यात्रियों को निकालने का प्रयास किया जाता है, इस दौरान रेलवे द्वारा कोल्ड कटर जैसी तकनीक का भी प्रयोग किया जाता है। उसके बाद दुर्घटना के दौरान दुर्घटनाग्रस्त डिब्बे का दरवाजा न खुल पाने की स्थिति में दरवाजे के ऊपर छत के हिस्से को काटकर उसमें से यात्रियों को निकालने का भी अभ्यास इस दौरान किया जाता है। इस अभ्यास के दौरान इस बात का समुचित ध्यान रखा जाता है कि विभिन्न कार्यरत विभागों के मध्य संचार नियमित बना रहे और दुर्घटना स्थल पर कार्य कर रहे विभिन्न विभागों की टीमों द्वारा एकजुट होकर कार्य करना भी इस अभ्यास के दौरान सुनिश्चित किया जाता है। इस अभ्यास के दौरान घायलों और मृतकों की जानकारी एकत्रित करना किस हॉस्पिटल में उन्हें एडमिट किया गया है आदि जानकारी को एकत्रित किया जाता है। इस अभ्यास के दौरान सभी संरक्षा सावधानियों का ध्यान रखा जाता है।इस अवसर पर उप मुख्य संरक्षा अधिकारी सुश्री मनीषा गोयल, प्रयागराज मंडल से विकास कुमार/वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी सहित सभी संबंधित विभागों के शाखा अधिकारी, दुर्घटना राहत मेडिकल वान, दुर्घटना राहत गाड़ी एवं सभी विभागों के संबंधित कर्मचारी, रेल सुरक्षा बल की टीम, जीआरपी के साथ-साथ डिप्टी कमांडेंट एनडीआरएफ की अगुआई में  एनडीआरएफ(गाजियाबाद ) की टीम, सिविल डिफेंस, जिला पुलिस, फायर ब्रिगेड दल,  जिला प्रशासन एवं स्वाथ्य विभाग की टीम अपने सभी संसाधनों जैसे फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस आदि के साथ दुर्घटना स्थल पर उपस्थित थे।