बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फ्रंट से लीड कर रहे हैं डीएम व एसपी

बहराइच। जनपद में अप्रत्याशित हुई भारी वर्षा के कारण बाढ़ के फलस्वरूप प्रभावित तहसीलों मिहींपुरवा (मोतीपुर), नानपारा व महसी में बचाव व राहत कार्य युद्ध स्तर पर संचालित किये जा रहे हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र व पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चैधरी निरन्तर भ्रमणशील रहकर जनप्रतिनिधियों के साथ राहत व बचाव कार्यों का सघन पर्यवेक्षण कर फील्ड में कार्य कर रहे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दे रहे हैं। विकास खण्ड शिवपुर अन्तर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान डीएम व एसपी ने विधायक नानपारा राम निवास वर्मा के साथ एनडीआरएफ की मोटर बोट में सवार होकर दूरस्थ ग्राम एकघरा पहुंच कर वहां पर मौजूद ग्राम बौण्डी के मजरा गौड़िहा, बल्दूपुरवा व पिपरिया के बाढ़ प्रभावित लोगों से कुशल क्षेम पूछा। साथ ही लंच पैकेट, पानी, बिस्क्टि, दवा किट इत्यादि का वितरण भी किया। इस अवसर पर डीएम ने बाढ़ पीड़ितों से कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देश है कि आपदा से प्रभावित लोगों को हर संभव मदद की जाय। डीएम डॉ. चन्द्र ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में तहसील प्रशासन सहित अन्य विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि निरन्तर भ्रमणशील रहते हुए बाढ़ प्रभावित लोगों को त्वरित राहत पहुॅचायी जाय। डीएम ने कहा कि जनपद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य के सफल संचालन के लिए तहसीलवार नोडल व सह नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं तथा जिला स्तरीय अधिकारियों को भी एसडीएम के सहयोगार्थ लगाया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव व राहत कार्य के लिए प्रशासनिक अमले के साथ फ्लड पीएसी, एसएसबी, एनडीआरएफ तथा नागरिक सुरक्षा बल के जवानों को लगाया गया है। राहत व बचाव कार्य के संचालन के लिए सुरक्षा बलों के मोटर बोट के अलावा पर्याप्त संख्या में नावे भी लगायी गई हैं। प्रभावित लोगों को भोजन इत्यादि की समस्या न हो इसके लिए प्रत्येक तहसील में 30 से 35 स्थानों पर सामुदायिक रसोई के माध्यम से भोजन तैयार कर प्रभावित लोगों को पका पकाया भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य शिविर का संचालन कर प्रभावित लोगों को आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान की जा रही है। इसके अलावा बाढ़़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के चारा व उपचार की भी समुचित व्यवस्था की गई। यहां तक की बकरियों के लिए भी हरे पत्तों की व्यवस्था की गयी है। ग्राम एकघरा से लौट कर डीएम डॉ. चन्द्र ने एसडीएम नानपारा अजित परेश व तहसीलदार पीयूष श्रीवास्तव को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को सूखी खाद्य सामग्री का भी वितरण किया जाय।