बस स्टैंड होने के बावजूद भी यात्री सुविधाओं से महरूम

कैसरगंज, बहराइच। लखनऊ-बहराइच मार्ग का कैसरगंज मुख्य स्टॉपेज है लेकिन यात्रियों के लिए कोई सुविधाएं नहीं है। यात्रियों के बैठने के लिए ना तो कोई टीन शेड की व्यवस्था है न पीने की पानी की। सड़क पर खड़े होकर यात्रियों को रोडवेज की बसों का इंतजार करना पड़ता है। चाहे वह कड़ाके की धूप हो चाहे ठंड हो या फिर सावन भादो की बारिश क्यों ना हो, हर मौसम में यात्रियों को सड़क पर ही खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ता है। वक्ती तौर पर कैसरगंज में परिवहन निगम की ओर से कोई गौर नहीं किया गया है, ना तो रोडवेज अफसरों से कोई सरोकार है ना ही जनप्रतिनिधियों का। परिवहन निगम की ओर से तहसील के पास बस स्टॉपेज बनाया गया है पर मौके पर स्थित को देखकर यह नहीं लगता कि बस स्टॉप यहां है। मुख्य मार्ग पर बनाए गए रोडवेज बस स्टाप को डग्गामार वाहनों ने अपने कब्जे में ले रखा है। जहां परिवहन निगम की बसें खड़ी होती हैं वहां अतिक्रमण का बोलबाला है और ना ही किसी रोडवेज बस स्टाप के संकेत चिन्ह है जिससे यात्रियों खड़े-खड़े बसों का इंतजार करना पड़ता है। कैसरगंज से हजारों की संख्या में सवारियों का आना जाना प्रतिदिन लगा रहता है। जिससे परिवहन विभाग मालामाल होता नजर आ रहा है लेकिन यात्रियों की सुविधाओं के लिए अनजान बना बैठा हुआ है। ऐसा नहीं है कि कैसरगंज का बस स्टाप कोई नया बना है। सूत्र बताते हैं कि जब से परिवहन निगम बना है तभी से कैसरगंज बस स्टॉप की मान्यता हुई थी। लेकिन जनप्रतिनिधियों और विभागीय उदासीनता के कारण आजादी के बाद से आज तक यहां बस स्टेशन का निर्माण नहीं हो सका। बस स्टेशन का निर्माण ना होने से कैसरगंज में सुविधाओं का टोटा है। बाहरी लोगों को कैसरगंज बस स्टाप ढूंढना आसान नहीं है। बहरहाल कैसरगंज में यात्रियों की सुविधा के लिए चुभन भरा लगता है।