नम आंखों से मां दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन

फतेहपुर। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों नवरात्र पर स्थापित मां भगवती की प्रतिमाओं को विसर्जन से पूर्व विधिवत पूजा अर्चना के उपरान्त श्रद्धालुओ ने अश्रुपरित आंखो से विदा किया। इस दौरान विभिन्न गंगा व यमुना घाटों में विसर्जन के दौरान किसी अप्रिय घटना के अदेंशे से चप्पे-चप्पे पर पुलिस दल मुस्तैद रहा। दुर्गा पण्डालों से मां भगवती की प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर भारी उत्साह रहा। ढोल ताशो व गांजे बाजो के साथ गुलाल अबीर उडाते भक्तों का काफिला विसर्जन स्थलो की ओर रवाना हुआ। तटों पर सभी मूर्तियों का भू-विसर्जन किया गया। जिसके लिए प्रशासन ने पहले से ही गड्ढे तैयार करवा दिये थे। जगह-जगह स्टाल लगाकर श्रद्धालुओं ने प्रसाद भी वितरित किया। मोक्षदायिनी गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिये गंगा घाटों पर भू-विसर्जन हेतु मूर्तियों के लिये गड्ढे जिला प्रशासन द्वारा पहले ही खुदवाये गये थे। कुछ इलाकों में दशहरा के दिन भी मूर्ति विसर्जन किया गया। जबकि गुरूवार को बड़े पैमाने पर स्थापित की गयीं मां भगवती की प्रतिमाओं को गंगा तटों पर भू-विसर्जन किया गया। इससे पहले प्रत्येक पण्डालों से मां दुर्गा की प्रतिमाओं को वाहनों पर रखा गया। इस बीच भक्तों द्वारा मां के जयकारों के साथ अबीर-गुलाल भी उड़ाया गया। शहर से लेकर विभिन्न घाटो मे किसी भी अप्रीय घटना के मद्देनजर पुलिस बल पूरी तरह से सतर्क रहा। जिले भर में स्थापित देवी प्रतिमाओ को श्रद्धालुओ ने भक्ति भावना के साथ विसर्जित करते हुये अगले बरस मां जल्दी आना की कामना करते हुये उन्हे विदाई दी। जिले के भृगधाम भिटौरा, नौबस्ता, कोटिया, आदमपुर, शिवराजपुर, औगासी, चिल्ला, ओती, किशनपुर, धाता समेत अन्य घाटों में मां भगवती की मूर्तियांे का भू विसर्जन किया गया। भूमि विसर्जन कराने में गंगा बचाओ सघर्ष समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र शरन सिम्पल पदाधिकारियों के साथ ओम घाट भिटौरा में लगे रहे। आने वाली मूर्ति को भूमि विसर्जन में भक्तो को किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिये समिति के लोग सहयोग करते रहे।