कार्यशाला में प्राकृतिक आधारित खेती अपनाने पर दिया बल

फ़तेहपुर। भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ सहकारी शिक्षा क्षेत्रीय परियोजना फतेहपुर द्वारा प्राकृतिक खेती एवं कृषि आधारित व्यवसाय चुनौतियां और नए अवसर विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्रालय भारत सरकार, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ नई दिल्ली के मुख्य कार्यकारी डॉक्टर सुधीर महाजन ने भाग लेते हुए कहा कि प्राकृतिक खेती समाज स्वास्थ्य और भूमि उपचार का अच्छा माध्यम है देश को खुशहाल बनाने के लिए प्राकृतिक खेती एवं गैस आधारित नए व्यवसाय को अपनाना होगा साथ ही प्राकृतिक खेती द्वारा जीरो बजट खेती की जा सकती है। सहकारी सदस्यों को प्राकृतिक खेती अपनाने की सलाह दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री पुरस्कार से सम्मानित रमाकांत त्रिपाठी ने प्राकृतिक खेती की महत्ता तथा गाय के गोबर एवं मूत्र की महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किसान प्राकृतिक खेती अपनाकर देश और समाज को खुशहाल बना सकते हैं जो आज की आवश्यकता है इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के सलाहकार सुमित सिंह ने भी जानकारी दी। डा. जीपी सिंह एवं अभिषेक अग्रवाल सलाहकार समिति सदस्य भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ नई दिल्ली ने भी केंद्र व राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाएं तथा डेरी बोर्ड की योजनाओं पर विशेष जानकारी दिया। इस कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी संतोष कुमार ने कहा प्राकृतिक खेती आज की आवश्यकता है निरंतर उपज लेने के लिए प्राकृतिक खेती अपनानी होगी उन्होंने सभी अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर संचालन संतोष सिंह सहकारी शिक्षा अनुदेशक ने किया महिला प्रेरक सविता पांडे ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर राम बहादुर सिंह, शीतला पांडे सहित एक सैकड़ा प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे। विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. साधना बस एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक जीतेंद्र सिंह ने भी खेती पर मूल्य संवर्धन योजना खेती की महत्ता पर विस्तार से जानकारी दिया।