प्रयागराज। यात्रियों को समयबद्ध एवं संरक्षित रेल यात्रा प्रदान करने हेतु उत्तर मध्य रेलवे सदैव तत्पर रहा है। क्षमता वृद्धि हेतु आधारभूत संरचना के विस्तार साथ संरक्षा ही प्राथमिकता के मूल मंत्र पर कार्य करते हुए निरंतर नवीन तकनीकों को अपनाया जा रहा है।इसी क्रम में विभिन्न स्टेशनों पर नवीन तकनीक वाली इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग की स्थापना का कार्य भी निरंतर किया जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग की स्थापना से एक और जंहा संचालन में सुगमता आती है वंही दूसरी और बेहतर संरक्षा भी सुनिश्चित होती है।ज्ञात हो कि, उत्तर मध्य रेलवे का प्रयागराज मंडल क्षमता की कमी की समस्या से प्रभावित मंडल रहा है। इसके परिचालन को बेहतर और सुचारु करने के क्रम में मालगाड़ियों को अभी तक निर्मित हो चुके पूर्वी डीएफसी के खंडों पर क्रमिक रूप से स्थानांतरित किया जा रहा है। इसके लिए नवनिर्मित खंडों को भारतीय रेल के मार्गों से जोड़ने का कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है। इसी क्रम में हावड़ा-मुंबई रूट पर स्थित इरादतगंज स्टेशन पर मौजूदा वेस्ट्रेस वीएलएम-6 के स्थान पर नए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग मेसर्स हिताची रेल एसटीएस मेक की स्थापना कर दी गई है । इससे इरादतगंज स्टेशन पर जंक्शन व्यवस्था का प्रावधान हो गया है। इसके फलस्वरूप DFCCIL और भारतीय रेल के बीच यातायात को कुशलता से संभालने के लिए, इरादतगंज स्टेशन और न्यू करछना (DFCCIL स्टेशन) के बीच अप साइड में लिंक जंक्शन की ओर सिंगल लाइन कनेक्शन कर दिया गया है।इसके बाद इरादतगंज से न्यू करछना जंक्शन के बीच एब्सोल्यूट ब्लॉक वर्किंग की व्यवस्था स्थापित हो गई है। इसी क्रम में इरादतगंज- न्यू करछना (DFCCIL स्टेशन) UFSBI सिस्टम वाले एक्सल काउंटर द्वारा सिंगल लाइन सेक्शन में ब्लॉक प्रोविंग लगाया गया है। इसके अतिरिक्त संरक्षा को पुख्ता करने के क्रम में नए डॉटा लॉगर की भी स्थापना की गई है। इसके बाद ए एवं डी साइडिंग को हटाया गया है और ग्लास फैक्टरी के निकट स्थित लेवल क्रॉसिंग 429 को भी समाप्त कर दिया गया है।
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