जौनपुर। शारदीय नवरात्र में गांव -गांव व शहर में मां दुर्गा के पूजा पंडाल सजे हुए हैं। मंगलवार को नवमी के दिन पूजन अर्चन और हवन का कार्यक्रम चल रहा है और मां दुर्गा की जय जय कार हो रही है। ऐसे में एक जगह मां दुर्गा के पाठ का निर्वहन लगातार पांचवीं पीढ़ी कर रही है। विकास खंड मछलीशहर के गांव बामी के चैरा माता मन्दिर पर जनपद प्रतापगढ़ के रमईपुर दिशनी गांव के एक ब्राह्मण परिवार के लोग विगत पांच पीढ़ियों से दुर्गा माता के पाठ के लिए चैत्र एवं शारदीय नवरात्र में लगातार आ रहे हैं। पहले चैरा माता मन्दिर पर सिर्फ एक नीम का पेड़ और एक कुआं था।90 के दशक में मन्दिर का निर्माण हुआ। जैसे – जैसे समय बीतता गया पूजा पाठ के पैटर्न में परिवर्तन होता गया। बड़े -बड़े पूजा पंडालों में डीजे का शोर,जोर- शोर से बढ़ता गया। शोरगुल के बीच पूजा का मूल स्वरूप बदलता गया किन्तु यहां आज भी गांव के लोग शोरगुल से दूर एकाग्रभाव से पूजा पाठ करते हैं। यहां का नीम का पेड़ जो 80 के दशक में एक बार दीपक की आग से जल गया लेकिन उसकी जड़ों से कई शाखाएं निकल आई जो और भी सुंदर लगती हैं। पांचवीं पीढ़ी में परम्परा का निर्वहन कर रहे ब्राह्मण परिवार के नितिन मिश्रा कहते हैं कि हमारी पीढ़ी ,चैरा माता के पाठ का निर्वहन तब से कर रही है जब लोग पैदल या साइकिल से आया -जाया करते थे। आज उस परम्परा का निर्वहन करते हुए उन्हें खुशी होती है।नौ दिन के पाठ के बाद गांव के सभी लोग अपनी क्षमता अनुसार दान- दक्षिणा देकर उन्हें विदा करते हैं।