ताइवान की घेराबंदी में लगा चीन, कार ले जाने वाले जहाजों से सैनिकों को भेज रहा मोर्चे पर

ताइपे । ताइवान को लेकर चीन के तेवर काफी आक्रमक होते जा रहे हैं। अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान यात्रा पर जाने के बाद से चीन, ताइवान की घेराबंदी करने में पूरी तरह से जुट गया है। अपने सबसे बड़े सैन्य अभ्यास के जरिए वह ताइवान में आक्रमण करने की तैयारी में है। इस महीने की शुरुआत में ताइवान जलडमरूमध्य में चीनी समुद्र तटों पर सात चीनी सिविलयन शिप को देखा गया है।ताइवान की मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि चीनी सेना डोंगशा द्वीप पर आक्रमण करने की तैयारी कर सकते हैं। रक्षा विश्लेषक टॉम शुगार्ट ने सात एम्फिबियश शिप को हमले का अभ्यास करते हुए देखा है। शुगार्ट के अनुसार, चीन अपनी सैन्य अभ्यास के लिए बड़े-बड़े कार फेरी का इस्तेमाल कर रहा है। बता दें कि कार फेरी का इस्तेमाल, कारों या दूसरी गाड़ियों को ढोने के लिए किया जाता है ताकि आसानी से एक द्वीप से दूसरे द्वीप तक बड़ी गाड़ियों को पहुंचाया जा सके। यह अमेरिकी एम्फीबियस युद्धपोत (एलपीडी-17) से लगभग तीन गुना बड़ा है जिसमें चीन के भारी मात्रा में सैनिक भरे हैं।रक्षा विश्लेषक टॉम शुगार्ट ने बताया कि यदि हमला हुआ तो चीन के लिए ताइवान का डोंग्शा द्वीप संभावित लक्ष्य होगा। 2020 में, शुगार्ट ने चेतावनी दी थी कि पीएलए अभ्यास से डोंग्शा द्वीप को खतरा हो सकता है इसलिए उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें पीएलए बलों का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि यह डोंग्शा द्वीप को हड़प कर ताइवान को शर्मिंदा कर सकते हैं, ऐसे में ताइवान का एक महत्वपूर्ण स्थान चीन के पास चला जाएगा।मालूम हो कि अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी के दौरे के बाद से चीन ने ताइवान स्ट्रेट में अपनी हरकतें तेज कर दी हैं। चीनी मीडिया के मुताबिक ताइवान क्षेत्र के रक्षा प्राधिकरण द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, 26 अगस्त को द्वीप के चारों ओर आठ पीएलए नौसेना के जहाजों और 35 विमानों का पता लगाया गया था, जिनमें से 18 विमान ताइवान जलडमरूमध्य और द्वीप के वायु रक्षा क्षेत्र में देखा गया था।