मास्को। रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी से शुरू हुआ युद्ध अभी थमता नहीं दिखाई दे रहा है। इस बीच, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को एक बार फिर चेतावनी दी है। पुतिन ने कहा है कि पश्चिम देशों ने सीमा की सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंनें कहा कि पश्चिम देश रूस को कमजोर करने और नष्ट करने का आह्वान कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि हम रूस की राष्ट्रीय संप्रभुता को बनाए रखने के लिए कृत संकल्पित हैं। राष्ट्र के नाम संबोधन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की कि यूक्रेन में युद्ध लगभग सात महीने तक पहुंचने पर सेना की आंशिक लामबंदी को लेकर डिक्री पर हस्ताक्षर किए गए हैं। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि यह निर्णय मातृभूमि इसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए लिया गया था। इसे पश्चिम देशों द्वारा एक वृद्धि के रूप में देखा जा रहा था।पुतिन ने कहा कि हम आंशिक लामबंदी के बारे में बात कर रहे हैं। वे नागरिक जो वर्तमान में रिजर्व में हैं। वे भर्ती के अधीन होंगे और सबसे बढ़कर सशस्त्र बलों में सेवा करने वालों के पास एक निश्चित सैन्य विशेषता और प्रासंगिक अनुभव है। पुतिन ने कहा कि इस कदम की आवश्यकता थी, क्योंकि रूस के लोगों की रक्षा के लिए तत्काल निर्णय लेना अनिवार्य था। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को रूस में आंशिक लामबंदी की घोषणा की है। यूक्रेन में युद्ध लगभग सात महीने से चल रहा है। पुतिन का राष्ट्र के नाम संबोधन पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन में रूसी-नियंत्रित क्षेत्रों द्वारा रूस के अभिन्न अंग बनने पर मतदान की योजना की घोषणा के एक दिन बाद आया है। गौरतलब है कि युद्ध के पहले महीनों के बाद से ही जनमत संग्रह होने की उम्मीद जताई जा रही थी। शुक्रवार को लुहान्स्क, खेरसॉन और आंशिक रूप से रूसी-नियंत्रित जापोरिज्जिया और डोनेट्स्क क्षेत्रों में मतदान शुरू होगा। पुतिन ने कहा कि उन्होंने आंशिक लामबंदी पर एक डिक्री पर हस्ताक्षर किए हैं, जो बुधवार से शुरू होने वाला है।
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