ब्रह्मांड में श‎नि ग्रह के पास हैं 82 चांद

वॉशिंगटन । क्या आप जानते हैं कि हमारे सौरमंडल के किस ग्रह के पास सबसे ज्यादा उपग्रह हैं? आज हम एक ऐसे ग्रह के बारे में बताने वाले हैं, जिसके उपग्रहों की संख्या 1 और 2 नहीं बल्कि 82 है। ये 82 उपग्रह अपने ग्रह की परिक्रमा करते रहते हैं। इनमें से 20 उपग्रहों को तो दो साल पहले ही खोजा गया है। सौरमंडल में 82 उपग्रहों (चंद्रमा) वाले इस ग्रह का नाम शनि है।आज से दो साल पहले तक सबसे अधिक उपग्रहों के होने का तमगा बृहस्पति ग्रह के नाम था। लेकिन, 2019 में खगोलविदों ने शनि की परिक्रमा करते हुए 20 नए उपग्रहों की खोज कर इतिहास को बदल दिया। बृहस्पति के पास वर्तमान में 79 उपग्रह हैं। इन 20 नए उपग्रहों को कार्नेगी इंस्टीट्यूशन फॉर साइंस के स्कॉट एस शेपर्ड के नेतृत्व में एक टीम ने खोजा था।वैज्ञानिकों ने शनि के जिन नए उपग्रहों की खोज की है, उनमें से एक की परिभ्रमण कक्षा शनि से सबसे ज्यादा दूर है। इन ग्रहों की साइज लगभग एक समान ही है। इनका व्यास करीब 5 किलोमीटर के आसपास है। 20 में से दो उपग्रहों को शनि की परिक्रमा करने में 2 साल का समय लगता है, जबकि बाकी के 18 उपग्रहों को ऐसा करने में तीन साल से अधिक का समय लगता है। अन्य ग्रहों के प्राकृतिक उपग्रहों की तुलना में शनि के ये नए उपग्रह एक समान कक्षा में परिक्रमा करते हैं।इनकी कक्षाएं पहले से ज्ञात शनि के बाकी के उपग्रहों से मिलती जुलती हैं। ऐसे में इन उपग्रहों के झुकाव को देखकर वैज्ञानिकों का अनुमान है कि ये सभी किसी बड़े उपग्रह के टुकड़े हो सकते हैं, जो पहले से शनि की परिक्रमा कर रहा था। खगोलविदों का मानना है कि इन इन छोटे उपग्रहों और हमारे सौरमंडल के बड़े उपग्रहों के बीच के संबंध का अध्ययन करने से उन्हें बड़ी जानकारी मिल सकती है। इन वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे धरती के बनने के रहस्य से भी पर्दा उठ सकता है। हवाई द्वीप पर स्थित मौना किया में लगे हुए सुबारू टेलिस्कोप से वैज्ञानिकों ने पहली बार इन उपग्रहों को देखा था। बता दें ‎कि हमारे सौरमंडल में मौजूद सभी आठ ग्रहों के पास प्राकृतिक उपग्रह या चंद्रमा मौजूद हैं। ये उपग्रह एक निश्चित समय में अपने ग्रह की परिक्रमा करते हैं। ठीक वैसे ही जैसे चंद्रमा हमारी पृथ्वी की परिक्रमा करता है।