फतेहपुर। सनगांव स्थित मदरसा शमसुल उलूम क़ी नवनिर्वाचित कमेटी की मनमानी की शिकायत के बाद जांच को पहुंची टीम ने दस्तावेज़ों की पड़ताल करने के साथ ही प्रबंधक व प्रधानाचार्य से गहनता से पूछताछ की। प्रधानचार्य मौलाना उबैदुर्रहमान से शिक्षक नियुक्ति संबंधी दस्तावेज़ आदि जांच के लिये लेकर टीम वापस रवाना हुई।मदरसा शमसुल उलूम के प्रबंधक अनवार सिद्दीकी समेत कमेटी के अन्य सदस्यों व प्रधानाचार्य उबैदुर्रहमान द्वारा मदरसे में प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष मो. अहमद के पुत्र को नियुक्ति दिये जाने पर मदरसे में कार्यरत प्राइवेट शिक्षक मो. वसीम खान ने आईजीआरएस व सीएम पोर्टल पर प्रबंध समिति की नियम विरुद्ध नियुक्ति किये जाने की शिकायत दर्ज करवाई थी। मामला तूल पकड़ने के बाद जिलाधिकारी के संज्ञान में आते ही जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के नेतृत्व में कमेटी गठित कर प्रकरण की जांच के लिये भेजी गई। मंगलवार को जांच कार्यवाहक अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रसून राय की अगुवाई में टीम मदरसा शमसुल उलूम पहुंची और प्रधानाचार्य मौलाना उबैदुर्रहमान से नियुक्ति के बाबत पूंछताछ किया। प्रबंधक अनवार सिद्दीक़ी के बयान दर्ज करने के बाद नियुक्ति संबंधी दस्तावेज़ तलब किये। नियुक्ति के लिये प्रकाशित विज्ञापन की प्रति, शासन को भेजी गयी रिक्तियों की सूची व पत्राचार की कॉपी, नियुक्ति के लिये शासन से अनुमति पत्र एवं रिक्तियों के बाबत जीओ आदि की जानकारी ली। इस दौरान उपलब्ध दस्तावेज़ों को खंगालने के बाद पड़ताल के लिये टीम अपने साथ ले आई। जांच टीम के कई सवालों पर प्रबंध समिति के प्रबंधक समेत मदसरा स्टाफ गड़बड़ा गये। जाँच टीम ने प्रधानचार्य को दो दिनों का समय देते हुए अन्य दस्तावेज़ उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। बताते चलें कि सनगांव स्थित मदरसा शमसुल उलूम क़ी नवनिर्वाचित कमेटी के प्रबंधक अनवार सिद्दीकी द्वारा प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष मो. अहमद के पुत्र मो. मुख्तार को शिक्षक पद पर नियुक्ति दी गयी है। मदरसे में पढ़ाने वाले शिक्षक मो. वसीम खान द्वारा आईजीआरएस व सीएम पोर्टल पर नियुक्त को अवैध बताते हुए शिकायत दर्ज करवाई हुई थी। शिकायतकर्ता मो वसीम ने प्रबंधतंत्र पर आरोप लगाते हुए नियुक्ति को रद्द किए जाने की मांग किया है। मामला तूल पकड़ने के बाद पहुँची टीम ने प्रकरण की जांच की और उसकी रिपोर्ट शासन को प्रेषित की जायेगी। वहीं प्रधानाचार्य मौलाना उबैदुर्रहमान ने बताया कि कमेटी द्वारा नियमों के अनुरूप नियुक्ति की गई है। नव नियुक्त शिक्षक को ज्वाइन कराया गया है जोकि नियमित रूप से उपस्थित हैं। वहीं शिकायतकर्ता का जांच टीम के सामने न आना चर्चा का विषय बना रहा।
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