ब्रिटेन की महारानी को श्रद्धांजलि देने उमड़ा जनसैलाब, 5 मील लंबी लाइन में कतारबद्ध दिखे लोग

लंदन। ब्रिटेन के शाही परिवार की शीर्ष सदस्य महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद पूरे देश में शोक का माहौल है और आमजनता अपनी महारानी को श्रद्धांजलि देने वालों की मीलों लंबी कतार देखकर ब्रिटिश सरकार ने शुक्रवार को लोगों को और लोगों को कतार में शामिल होने से रोक दिया। सरकार ने यह कदम महाराजा चार्ल्स तृतीय और उनके भाई बहन के ऐतिहासिक वेस्टमिंस्टर हॉल में पहुंचने से कुछ घंटे पहले उठाया। कतार के बारे में जानकारी देने वाले लाइव ट्रैकर ने कहा कि कतार लंबी हो चली है और अपनी क्षमता तक पहुंच चुकी है तथा लोगों को कतार का हिस्सा होने से छह घंटे के लिए ‘रोक’ दिया गया है, क्योंकि इंतजार की घड़ी 14 घंटे तक बढ़ गयी है और महारानी के दर्शन करने वाली शोकाकुल जनता की कतार पांच मील अर्थात आठ किलोमीटर तक लंबी हो चुकी है।यह कतार संसद से लेकर दक्षिण लंदन स्थित साउथवार्क पार्क तक और उसके बाद पार्क के चारों ओर घुमावदार स्थिति में पहुंच चुकी है। लंदन की निवासी कैरोलीन क्विल्टी ने कहा कि वह शुक्रवार को चार बजे सुबह कतार में शामिल हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह ऐतिहासिक क्षण है और यदि मैं इसमें शामिल नहीं होती हूं या इसका हिस्सा नहीं बनती हूं तो निश्चित तौर पर मुझे इसका पछतावा होगा।’ इस बीच, चीनी अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल को कथित तौर पर संसद के उस ऐतिहासिक हॉल में जाने से रोक दिया गया था, जहां दिवंगत महारानी का ताबूत रखा है।चीन के सुदूर-पश्चिमी शिनजियांग क्षेत्र में अपने उइगर अल्पसंख्यक के साथ व्यवहार के खिलाफ बोलने के लिए बीजिंग द्वारा पिछले साल सात ब्रिटिश सांसदों को प्रतिबंधित करने बाद ब्रिटेन में चीनी राजदूत को संसद से एक साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। हाउस ऑफ कॉमन्स के अध्यक्ष लिंडसे हॉयल के कार्यालय ने अमेरिकी समाचार की एक रिपोर्ट पर शुक्रवार को टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि चीनी प्रतिनिधिमंडल को वेस्टमिंस्टर हॉल में अनुमति नहीं दी जाएगी। बीजिंग में, चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि उन्होंने यह खबर नहीं देखी है, लेकिन महारानी के अंतिम संस्कार के मेजबान के तौर पर ब्रिटिश सरकार को ‘मेहमानों की आगवानी के लिए राजनयिक प्रोटोकॉल और उचित शिष्टाचार का पालन करना चाहिए।’ महारानी के सोमवार के अंतिम संस्कार में एक चीनी प्रतिनिधिमंडल के शामिल होने की संभावना है। यह अंतरिम संस्कार संसद में नहीं, बल्कि वेस्टमिंस्टर एबे चर्च में प्रस्तावित है। अंतिम संस्कार के आयोजकों ने अतिथि सूची प्रकाशित नहीं की है, और यह स्पष्ट नहीं है कि चीन से कौन शामिल हो सकता है। कंजर्वेटिव सांसद टिम लॉटन ने बीबीसी को बताया कि चीन में उइगरों के मानवाधिकारों के हनन और उनके साथ व्यवहार का हवाला देते हुए चीन को निमंत्रण रद्द कर दिया जाना चाहिए। पिछले सप्ताह अपनी मां की मृत्यु के बाद ब्रिटेन के सिंहासन पर आसीन हुए महाराजा चार्ल्स तृतीय पूरे देश की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में बृहस्पतिवार को लंदन से बाहर थे। महाराजा शुक्रवार को लंदन लौट गये। वह कुछ समय के लिए अपने भाई-बहनों- राजकुमार एंड्रयू और राजकुमार एडवर्ड तथा राजकुमारी एने के साथ दिवंगत महारानी के ताबूत के पास रुकेंगे। एक दिन बाद यानी शनिवार को महारानी एलिजाबेथ-द्वितीय के सभी आठ पोते-पोतियां 15 मिनट के लिए ताबूत के पास खड़े होंगे। महाराजा चार्ल्स तृतीय के दोनों पुत्र-राजकुमार विलियम एवं राजकुमार हैरी कल महारानी के ताबूत के पास खड़े होंगे। अग्रज राजकुमार विलियम ताबूत के सिरहाने, जबकि राजकुमार हैरी पैर की ओर खड़े होंगे।