शो-पीस बने कस्बे में लगे निजी मोबाइल कम्पनियों के टावर

रूपईडीहा, बहराइच। बेहतर मोबाइल सुविधा के लिए उपभोक्ताओं ने निजी कम्पनियों के सिम ले रखे हैं। लेकिन इस सीमावर्ती कस्बे में सरकारी व निजी कम्पनियों की लापरवाही से उपभोक्ताओं को उतनी सुविधा नहीं मिल पा रही जिसको हासिल करने के लिए वह बड़ी रकम खर्च कर रहे हैं। एक ओर जहां देश के महानगरों में 5जी की सर्विस मिलने जा रही है। रुपईडीहा व आसपास के इलाकों में 3जी व 4जी की स्पीड काफी धीमी है। इस वजह से न तो बात अच्छी तरह से हो रही है न ही इंटरनेट की स्पीड बेहतर है। व्यापारिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण कस्बा रुपईडीहा में तो बात होते-होते बीच में ही कट जा रही है। बात करने के लिए लोगों को घर से बाहर आकर बात करनी पड़ रही है। आम उपभोक्ता इस बात को लेकर चिंतित है कि वह निजी दूरसंचार सेवा देने वाली कंपनियों की सुस्त चाल की शिकायत कहां करे। जहां से उसे संतोषजनक उत्तर मिल सके। उपभोक्ताओं ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय कस्बे में देखने को कई मोबाइल टॉवर मिलते हैं लेकिन यह सब मात्र शो-पीस बन कर रह गये है। उपभोक्ता जब इन निजी कंपनियों के कॉल सेंटर व कार्यालयों पर शिकायत करता है तो वही रटा रटाया जवाब मिलता है, कि देख रहे हैं, देखते हैं। लेकिन उपभोक्ता को किसी तरह की राहत नहीं मिल रही है।