जियारत करने जा रहे एक ही परिवार के लोग हुए सड़क दुर्घटना के शिकार

चहनियां। बलुआ थाना क्षेत्र के मारूफपुर पुलिस चौकी अन्तर्गत बड़गांवा गांव निवासी पूर्व फौजी इसरार अहमद की पत्नी, बेटा, बहु, पौत्र, एक पड़ोसी व ड्राइवर सहित कुल दस लोग जियारत के लिए निजी बोलेरो गाड़ी से अकबरपुर के किछौछी शरीफ स्थित मकदुम शाह अकरम के दरगाह जाते समय मजार से करीब बीस किमी पहले एक सड़क दुर्घटना के शिकार हो गये। जिसमें बोलेरो सवार सभी लोग बुरी तरह घायल हो गये जिसमें अशरफ उर्फ छोटू के मौत की पुष्टि हो गई है अन्य कई लोगों के मौत की भी खबर आ रही है लेकिन समाचार लिखे जाने तक मृतकों की संख्या आधिकारिक रूप स्पष्ट नही हो सकी है। बड़गांवा गांव निवासी पूर्व फौजी इशरत अहमद को छोड़कर उनके परिवार से उनकी पत्नी अफसरी बेगम(57 वर्ष), उनका छोटा पुत्र अशरफ उर्फ छोटू (38 वर्ष), बड़ी बहु बेबी (37वर्ष) पत्नी अरशद, छोटी बहु सादिया (33वर्ष) पत्नी छोटू, सबसे छोटा पुत्र जीशान (22 वर्ष), पौत्र अनस (8वर्ष), अमन(6वर्ष), शिफा(4वर्ष) पुत्रगण अरशद व उनकी पड़ोसी सैफून (53वर्ष) पत्नी फारूख गुरूवार की अलसुबह करीब 4:15 बजे सढान निवासी पप्पू (40वर्ष) के बोलेरो गाड़ी से अकबरपुर के किछौछी शरीफ स्थित मकदुम शाह अकरम की दरगाह पर जियारत करने के लिए निकले। करीब तीन घंटा की दूरी तय करने के बाद लौटोरवा पुलिस चौकी के पास पहुंचें ही थे कि बिपरीत दिशा से आ रही ट्रक व बोलेरो से आमने सामने भिड़न्त हो गई। भिड़न्त इतनी भयावह थी कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गये। घटनास्थल पर उमड़ी भीड़ ने जेसीबी की मदद से बूरी तरह से घायल सभी बोलेरो सवारों को बाहर निकाला। जिसमें असगर उर्फ छोटू के मौत की पुष्टि हो गई है शेष घायलों में से भी कई के मृत्यु का समाचार होने की बात परिजनों द्वारा दबी जुबान से कही जा रही है लेकिन समाचार लिखे जाने तक आधिकारिक रूप से अन्य मौतों की पुष्टि नही हो पाई है। घटना की खबर पाकर इशरार अहमद अपने नाते रिश्तेदारों के साथ सुबह करीब 7:30 बजे रवाना हो गए। वहीं उनके सबसे बड़े पुत्र अरशद जो कि जौनपुर में पुलिस कांस्टेबल है वो भी करीब 10 बजे तक घटनास्थल पर पहुंच चुके है। इधर एक ही परिवार के करीब दर्जन भर लोगों के साथ हुई दुखद घटना से नाते रिश्तेदारों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। हादसे में शिकार लोगों के घर ग्रामीणों व नाते रिश्तेदारों की भीड़ जमा हो रही थी।