बारिश के डेढ़ माह बीत जाने के बाद रनगवां बाँध केवल 10 से 12 प्रतिशत ही भरा

बाँदा।बारिश के डेढ़ माह से अधिक का समय बीत गया लेकिन अभी तक मध्य प्रदेश स्थित रनगवां बांध 10 से 12 प्रतिशत ही भर पाया है। बांध के पानी से ही रबी सीजन में किसानो को पानी मिलता है।बांध क्षेत्र में अब तक तीन सौ मिलीमीटर बारिश  रिकार्ड़ की गई है।मध्य प्रदेश के  रनगवां बांध से  जिले को रबी मौसम में केन नहरो के माध्यम से किसानो को पानी मिलता है। लेकिन इस साल अभी तक की बारिश में बांध भर नहीं पाया है। विभागीय जानकारी के मुताबिक रनगवां की बांध की क्षमता 58 सौ एमसीएफ (मिलीयन क्यूबिक फिट) है। जिसे 5480 एमसीएफ तक भरा जाता है। लेकिन अभी तक यह बांध 690 एमसीएफ ही भर पाया है। बांध क्षेत्र में करीब  तीन सौ मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। विभाग का कहना है कि वहां बारिश तो हो रही है लेकिन कैचमेंट एरिया में पर्याप्त बारिश न होने के कारण बांध अभी तक 10 से 12 प्रतिशत ही भर पाया है।जबकि रबी में पानी देने के लिए कम से कम 60 से 70 प्रतिशत तक बांध भरना चाहिए। बारिश के करीब डेढ़ माह से अधिक का समय बीत गया लेकिन रनगवां बांध अभी भर नहीं पाया है। सिंचाई विभाग का कहना है कि बारिश का लगभग एक माह से अधिक का जो समय बचा है उसी से भरने की उम्मीद है। रनगवां बांध के अलावा  मध्य प्रदेश में बरियारपुर व गंगऊ बीयर स्थित हैं। दोनो बीयर से केन नहरे चलती हैं। गंगऊ बीयर क्षेत्र में 500 मिलीमीटर व बरियारपुर बीयर क्षेत्र में अब तक 177 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। गंगऊ का जल स्तर 70  से 72 हजार क्यूसेक व बरियारपुर का जल स्तर करीब 75 हजार क्यूसेक बताया गया।