फखरपुर, बहराइच। क्षेत्रीय किसान शरदकालीन गन्ना बुवाई हर वर्ष करते है और किसानो को इसकी पैदावार भी अच्छी मिलती है। इसीलिए आगामी शरदकालीन बुवाई के लिए किसान अभी से शुद्ध, निरोग एवं स्वस्थ बीज का चयन करना बहुत ही आवश्यक है। जिससे किसानो को अच्छे बीज की कमी न पड़े। इस समय जो नई प्रजातियों के नर्सरी प्लॉट किसानो के पास है उनका लगातार निरीक्षण करते रहे और ऐसे नर्सरी प्लाटो की गन्ना बंधाई शत-प्रतिशत सुनिश्चित करे। यदि किसी नर्सरी प्लाट में किसी कीड़े, बीमारी के प्रकोप दिखाई दे तो तत्काल अपने सम्बंधित गन्ना अधिकारी से संपर्क करे और समय पर उसका इलाज करे जिससे बीज की अच्छी उपज प्राप्त हो सके। बीज जितना अच्छा होगा जमाव भी उतना ही अच्छा होगा। एक अच्छे किसान के पास कम से कम तीन प्रजातियां जरूर हो। जिन किसानो के पास यह प्रजातिया है वह सितम्बर से बुवाई शुरू कर सकते है। इसके अलावा अन्य किसानो को भी 2 कुंतल बीज प्रति किसान आप दे सकते है। प्रत्येक किसान के पास कुल गन्ना क्षेत्रफल के दसवां हिस्सा बीज नर्सरी जरूर हो। जिससे किसान दस गुना क्षेत्रफल एक बीघा नर्सरी क्षेत्र से कर सकते है क्योकि यदि बीज नर्सरी अच्छी है तो दस गुना बीज हम आसानी से तैयार कर सकते है। जिन किसानो के पास 15023, 13235, 14201 प्रजातियो के बीज नहीं है वह किसान अपने सम्बंधित गन्ना अधिकारी से मिलकर अभी बीज की व्यवस्था कर ले। इन सभी प्रजातियो की पैदावार बहुत अच्छी है इसलिए सभी किसान इनकी नर्सरी आगामी शरदकालीन बुवाई में जरूर लगाए जिससे सभी किसानो के पास बीज पर्याप्त मात्रा में हो जाये। नर्सरी के लिए केवल दो कुंतल बीज एक बीघा के लिए प्रयाप्त है। ट्रेंच विधि से लाइन से लाइन की दूरी 4 फिट रखे और एक आँख का टुकड़ा ही काटे और आँख से आँख की दूरी 1 फिट रखे। इसमें बीज बहुत ही कम लगता है। इन सभी बातो की जानकारी पारले कंपनी के एसोसिएट मुख्य गन्ना प्रबंधक संजीव राठी ने पारले के सभी किसानो से क्षेत्र भ्रमण के दौरान कही। इस अवसर पर काफी संख्या में किसान व पारले के अन्य गन्ना अधिकारी सूबेदार, अखंड, रुचिन, अमरेंद्र, अमर, सरनाम, रमेश, शक्ति मौजूद रहे।
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